राजनीति में वंशवाद की अमरबेल

राजनीति में वंशवाद की अमरबेल- कभी खुद वंशवाद के नाम पर पार्टी छोड़ दी थी अब बेटे को पार्टी में दिया प्रमुख पद- वाइको ने डीएमके छोड़ नई पार्टी एमडीएमके बनाई थी- वाइको के बेटे दुरै वाइको बने एमडीएमके के सचिव (मुख्यालय)

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चेन्नई. कांग्रेस-भाजपा समेत राष्ट्रीय दलों से लेकर क्षेत्रीय पार्टियों तक में वंशवाद की राजनीति आम है। राजनेता अक्सर अपने बेटे-बेटियों, भाई-भतीजों, रिश्तेदारों को पार्टी मे आगे बढ़ाते रहे हैं। तमिलनाडु में भी वंशवाद की राजनीति कोई नई बात नहीं है। चाहे डीएमके हो, एआईएडीएमके हो या फिर पीएमके या अन्य क्षेत्रीय दल। वंशवाद हावी रहा है। डीएमके में जहां करुणानिधि ने स्टालिन को आगे बढ़ाया तो पीएमके में रामदास ने अपने बेटे अन्बुमणि रामदास को पार्टी में प्रमुख पद दिया। एआईएडीएमके समन्यवक पनीरसेल्वम ने अपने बेटे को सांसद के चुनाव में पार्टी से टिकट दिलवाया।
अब नया नाम एमडीएमके का जुड़ गया है। एमडीएमके महासचिव वाइको के बेटे को पार्टी का सचिव (मुख्यालय) बनाया गया है। यह वही वाइको है जिन्होंने कभी डीएमके को केवल इसलिए छोड़ दिया था के वंशवाद को देखना नहीं चाहते थे। अब डीएमके महासचिव वाइको ने अपने बेटे दुरै वाइको (दुरै वैयापुरी) को पार्टी के सचिव (मुख्यालय) के रूप में नियुक्त करने की घोषणा की।
हालांकि वाइको इसे वंशवाद की राजनीति नहीं मानते। वे कहते हैं, मैंने दुरै वाइको को राजनीति से दूर रखा। लेकिन पार्टी के सदस्य उन्हें पार्टी में लाने की लगातार वकालत कर रहे थे। ऐसे में लोकतांत्रिक प्रक्रिया से गुप्त मतदान करवाया गया। दुरै वाइको को 106 में से 104 मत मिले।
वाइको ने कहा, यह वंशवाद की राजनीति नहीं
वाइको कहते हैं, यह वंशवाद की राजनीति नहीं है। अब स्थिति 1993 की स्थिति से अलग है। हमारी पार्टी के सदस्य दुरै वाइको को एक नेता के रूप में देखना चाहते हैं। हालांकि मैं पिछले दो वर्षों से मेरे बेटे को राजनीति में प्रवेश करने के खिलाफ रहा हूं।
अब डीएमके गठबंधन में सहयोगी है एमडीएमके
वाइको ने 1993 में पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत एम करुणानिधि के शासनकाल के दौरान एम के स्टालिन, जो अब मुख्यमंत्री हैं, को अपना उत्तराधिकारी बनाने के मुद्दे पर डीएमके से नाता तोड़ लिया था। बाद में उन्होंने एमडीएमके का गठन किया और अपने दम पर पार्टी को विकसित करने के लिए कड़ी मेहनत की। वह अब स्टालिन के नेतृत्व वाली डीएमके के साथ गठबंधन में है।
सामाजिक क्षेत्र में अग्रणी रहे हैं दुरै वाइको
हालांकि 49 वर्षीय दुरै पार्टी के स्टार प्रचारक रहे हैं और राजनीतिक रूप से सक्रिय भी रहे हैं। वह एक सामाजिक और पर्यावरण कार्यकर्ता भी हैं। हाल ही में वह कोरोनोवायरस प्रभावित व्यक्तियों को स्वास्थ्य सेवा और राहत प्रदान करने में शामिल रहे हैं।
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