कोरोना काल में मरीजों के लिए संजीवनी बनी 108 एंबुलेंस, महामारी से जंग में डटे हुए

कोरोनाकाल में जीवन दायिनी बनी 108 एम्बुलेंस

<p>108 ambulance service gears up for Covid19 challenge</p>

चेन्नई.

कोविड-19 महामारी के दौरान मरीजों के लिए 108 एम्बुलेंस सेवा संजीवनी बनकर सामने आई। इस एम्बुलेंस सेवा के कार्मिकों ने प्रदेश के 10 लाख से अधिक कोरोना मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने में अपनी महत्ती भूमिका निभाई। तमिलनाडु में प्रत्येक दिन 108 एम्बुलेंस से 2200 से अधिक कोविड-19 मरीजों को अस्पताल पहुंचाया जाता है। 24 घंटे मरीजों को अस्पतालों तक पहुंचाकर उपचार दिलाने के लिए एम्बुलेंस सडक़ों पर दौड़ती नजर आ रही हैं। राज्य में अभी कोविड-19 मरीजों के लिए 210 एम्बुलेंस का संचालन हो रहा है। आने वाले दिनों में कई एम्बुलेंस को जोड़ा जाएगा।

चेन्नई में लगी 40 एम्बुलेंस
108 एम्बुलेंस का संचालन करने वाली जीवीके ईएमआरआई के राज्य प्रमुख एम. सेल्वकुमार ने बताया कि एम्बुलेंस कर्मचारी अपनी जान की परवाह किए बगैर कोविड-19 मरीजों को सूचना मिलने पर अस्पताल तक ले जाने का काम कर रही हैं। वर्तमान में 108 की 1303 एम्बुलेंस में 210 एम्बुलेंस कोविड-19 मरीजों के लिए है। चेन्नई में 40 एम्बुलेंस मरीजों की सेवा में लगी हैं।

जीवन दायिनी बनी 108 एम्बुलेंस
उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के लिए स्वास्थ्य विभाग में संचालित 108 एम्बुलेंस की 210 गाडिय़ों के चालक अपनी जिम्मेदारी पर डटे रहे। रोजाना 5200 लोग एम्बुलेंस की सेवा लेते है। इनमें से 2200 लोग कोरोना पॉजिटिव निकलते है और यह तो इनकी हालत गंभीर होती है इन्हें अस्पताल में भर्ती कराना प्राथमिकता होती है। एम्बुलेंस कर्मी कोरोना के खौफ को भूलकर पूरी सावधानी बरतते हुए लोगों की सेवा में जुटे रहे।

गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाया
उन्होंने बताया कि कोरोना मरीज को कहीं से भी अस्पताल में पहुंचाना प्राथमिकता होती है, चाहे मरीज घर में हो या फिर कोविड केयर सेंटर में हो। उन्होंने समय से अस्पताल पहुंचाया जाता है। कोरोना काल में गर्भवती महिलाओं के लिए भी 108 एम्बुलेंस संजीवनी रही। चेन्नई समेत राज्यभर में गर्भवती कोरोना मरीजों को सूचना मिलने पर अस्पताल पहुंचाया गया।

एम्बुलेंस बढ़ाने का विचार
चेन्नई समेत पूरे राज्य में कोरोना के मरीजों की संख्या रोजाना बढ़ रही है, इसलिए एम्बुलेंस की संख्या बढ़ाई जाएंगी। राज्य के प्रत्येक जिले में आवश्यकतानुसार दो एम्बुलेंस होंगे, अगर जरूरत हुई तो यह संख्या बढ़ाई जाएंगी।

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