रविन्द्र कुमार की शिकायत पर खुला राज शिकायतकर्ता रविंद्र कुमार ने पुलिस को बताया कि कुछ रोज पहले एक बच्चा चोर गिरोह के बारे में पता चला था। इस गिरोह में शिकायतकर्ता को एक मोबाइल नंबर मिला। जिस नंबर पर शिकायतकर्ता ने अपने फोन से संपर्क किया। तो फोन पर बात करने वाली महिला ने शिकायतकर्ता को पॉजिटिव रिस्पांस दिया। कहा कि उसे नवजात शिशु उपलब्ध करवा देगी। लड़की की कीमत 40 से 50 हजार रुपए और लड़के की कीमत 4 से 5 लाख रुपए है। शिकायतकर्ता ने लड़का लेने की डील करीब 4 लाख रुपए में तय की।
बच्चा डिलीवर करते पकड़े
सोमवार रात को गिरोह बच्चे की डिलीवर करने वाला था। शिकायतकर्ता ने थाना 31 पुलिस को सूचना दे दी। थाना 31 की प्रभारी इंस्पेक्टर परमजीत कौर सेखो ने टीम गठित की। एयरपोर्ट लाइट पॉइंट के पास ट्रैप लगा लिया। बताई गई सूचना के आधार पर पंजाब नंबर की अल्टो कार जीरकपुर की तरफ से आई। कार में दो आरोपी व्यक्ति और तीन आरोपी महिला सवार थी। नवजात शिशु सेक्टर 45 की रहने वाली आरोपी महिला की गोद में था। जैसे ही बच्चे की डील करने लगे तो तुरंत थाना 31 की प्रभारी इंस्पेक्टर परमजीत कौर सेखों और उनकी टीम ने उन्हें दबोच लिया। आरोपियों से पूछताछ की तो मामले का खुलासा हुआ कि पकड़े गए आरोपी नवजात शिशु को चोरी कर ले कर आए हैं।
सोमवार रात को गिरोह बच्चे की डिलीवर करने वाला था। शिकायतकर्ता ने थाना 31 पुलिस को सूचना दे दी। थाना 31 की प्रभारी इंस्पेक्टर परमजीत कौर सेखो ने टीम गठित की। एयरपोर्ट लाइट पॉइंट के पास ट्रैप लगा लिया। बताई गई सूचना के आधार पर पंजाब नंबर की अल्टो कार जीरकपुर की तरफ से आई। कार में दो आरोपी व्यक्ति और तीन आरोपी महिला सवार थी। नवजात शिशु सेक्टर 45 की रहने वाली आरोपी महिला की गोद में था। जैसे ही बच्चे की डील करने लगे तो तुरंत थाना 31 की प्रभारी इंस्पेक्टर परमजीत कौर सेखों और उनकी टीम ने उन्हें दबोच लिया। आरोपियों से पूछताछ की तो मामले का खुलासा हुआ कि पकड़े गए आरोपी नवजात शिशु को चोरी कर ले कर आए हैं।
इन्हें पकड़ा गया पकड़े गए आरोपी लुधियाना निवासी मनदीप (35 वर्षीय) हेल्थ वर्कर है। बच्चा बेचने के लिए ग्राहक तलाशता है। संगरूर निवासी आरोपी महिला किस बच्चे को चोरी करना है, उसकी तलाश करती है। पटियाला निवासी आरोपी बच्चा चोरी करने में संगरूर निवासी महिला का साथ देती है। पुलिस का सिपाही इन्हें हर तरह का सहयोग देता है। पुलिस का कहना है कि पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ के बाद बच्चा चोरी के कई मामले खुल सकते हैं।