एसटीएफ का दावा है कि उसे यह मुखबिर से यह सूचना मिली कि उड़ीसा से गांजी की बड़ी खेप वाराणसी के लिये ले जाई जा रही है। इसके बाद मुगलसराय कोतवाली की पुलिस के साथ मिलकर एसटीएफ और पुलिस की टीम ने चकिया तिराहे पर दो वाहनों को रोककर चेक किया, लेकिन उन्हें कुछ हाथ नहीं लगा। चूंकि सूचना सटीक थी, इसलिये टीम ने काफी बारीकी से जांच की। उन्हें शक हुआ तो पिकअप की बाॅडी को चेक किया। उसकी लेयर जरूरत से ज्यादा मोटी लगी तो उसे निकलवाया गया। तस्करों ने पिकअप में लोहे की चारद से दो फीट की केबिन की दीवार बनाई थी। उसके नीचे 225 किनो गांजा के 22 पैकेट छिपाकर रखे गए थे। किसी को शक न हो इसलिये पिकअप के डाला में गोबर लगा दिया था। पुलिस ने पांच तस्करों को धर दबोचा, जिसमें सुल्तानपुर निवासी सरगना रणजीत कुमार भी शामिल है।
पकड़े गए तस्करों ने पूछताछ में बताया है की उड़ीसा के कोरापुट से गांजा की खेप लेकर ये लोग छतीसगढ़ और झारखंड के रास्ते चंदौली में दाखिल हुए थे और वाराणसी होते हुए सुल्तानपुर जा रहे थे। सीओ सिटी कुवंर प्रभात सिंह ने बताया कि बरामद गांजे की कीमत लगभग एक करोड़ है। सरगना सहित गैंग के 5 लोग पकड़े गए हैं।