चंदौली. यूपी के चंदौली जिले के डैना गांव में मत्स्य विभाग द्वारा आवंटित 16 बीघे के एक तालाब में डूबकर दो सगी बहनो की मौत हो गयी। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मचा गया। सूचना पर पहुची कोतवाली पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिये जिला अस्पताल भेज दिया। मृतक सगी बहने तालाब के समीप अपने भाई के साथ खेल रहे थी। डूबने पर भाई ने दादा को सूचना दिया। दादा ने तालाब में कूद कर दोनों सगी बहनों के शवों को बाहर निकाला।
सकलडीहा कोतवाली क्षेत्र के अमावल गांव के पिंटू वनवासी को तीन पुत्री रेखा, इंदू, बिंदू और दो पुत्र शिवबचन और पवन हैं। डैना गांव स्थित 16 बीघा का तालाब अमावल गांव के एक वनवासी के नाम से आवंटित है। इसका संचालन अन्य लोग करते है। पिंटू बनवासी मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करता है। उसके पिता सहादूर और माता शांति देवी तालाब की देखभाल करती हैं। रोज की तरह करीब दोपहर तीन बजे 9 वर्षीय भाई पवन के साथ सगी बहन आठ साल की बिंदू और छह साल की इंदू तालाब पर पहुंचे गए।
खेलते खेलते अचाकन इंदू तालाब में गिर गयी। इंदू को बचाने में बिंदू भी तालाब में गिर गयी। यह देख भाई ने दौड़ते हुए दादा दादी को सूचना दिया। भागते हुए दादा ने तालाब में कूद कर दोनों सगी बहनों को किसी तरह बाहर निकाला। जब तक कुछ समझ पाते तब तक दोनों सगी बहनों की मौत हो गयी थी। घटना की जानकारी मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। रोते बिलखते तलाव पर पहुचे मां सविता और बड़ा भाई शिवबचन और पिता पिंटू दोनों सगी बहनों का शव देख दहाड़ मारकर रोने लगे। सूचना पर पहुंची सकलडीहा कोतवाली पुलिस ने दोनों शव को कब्जे में लेकर जिला अस्पताल पीएम के लिये भेज दिया।
By Santosh Jaiswal