समुद्र की लहरें अपनी ओर आकर्षित करती हैं, तो मरीन इंजीनियरिंग में बना सकते हैं कॅरियर

अगर आपको समुद्र की लहरें अपनी ओर आकर्षित करती हैं तो आप मरीन इंजीनियरिंग और नॉटिकल साइंस में अपना कॅरियर बना सकते हैं।

<p>Marine Engineering</p>

अगर आपको समुद्र की लहरें अपनी ओर आकर्षित करती हैं तो आप मरीन इंजीनियरिंग और नॉटिकल साइंस में अपना कॅरियर बना सकते हैं। इस क्षेत्र में शुरुआती लेवल पर भी काफी अच्छा पैकेज होता है। मरीन इंजीनियरिंग बहुत ही चुनौतियों भरा कॅरियर है, क्योंकि इसमें एक लंबा समय आपको जहाज पर ही गुजारना होता है। हालांकि इसमें देश-विदेश में घूमने की सहूलियत भी होती है। ऐसे में आप रोमांच की लहरों पर कॅरियर का जहाज चला सकते हैं। अगर आपने बीटेक मरीन इंजीनियरिंग या बीएससी नॉटिकल साइंस कोर्स किया हुआ है तो आपके लिए इस क्षेत्र में जॉब की काफी अपॉच्र्युनिटीज हैं। इन कोर्स में दाखिला केएल मरीन एंट्रेंस एग्जाम (केएलएमईई) 2019 के जरिए लिया जा सकता है।

क्या है केएलएमईई
डीजी शिपिंग इंस्टीट्यूट गवर्नमेंट ऑफ इंडिया के मरीन प्रोग्राम्स में एडमिशन के लिए केएल मरीन एंट्रेंस एग्जाम (केएलएमईई) आयोजित किया जाता है। इस एंट्रेंस टेस्ट के जरिए बहुत से मरीन इंजीनियरिंग कॉलेजों में बीटेक मरीन इंजीनियरिंग और बीएससी नॉटिकल साइंस कोर्स में प्रवेश दिया जाता है। चार वर्षीय डिग्री कोर्स बीटेक मरीन इंजीनियरिंग डायरेक्टर जनरल ऑफ शिपिंग, गवर्नमेंट ऑफ इंडिया और ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (AICTE) से अप्रूव्ड है। इसमें मरीन इंजीनियरिंग और शिपबोर्ड प्रैक्टिस की व्यापक ट्रेनिंग दी जाती है। वहीं बीएससी नॉटिकल साइंस भी डायरेक्टर जनरल शिपिंग, गवर्नमेंट ऑफ इंडिया से मान्यता प्राप्त कोर्स है। इसमें स्टूडेंट को नेविगेशन, वॉचकीपिंग, सीमैन शिप, कार्गो, ब्रिज इक्विपमेंट आदि का प्रशिक्षण दिया जाता है।

24 फरवरी 2019 को केएल मरीन एंट्रेंस एग्जाम आयोजित होगा। तीन घंटे अवधि का यह एंट्रेंस एग्जाम सुबह 10:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक देश के कई प्रमुख शहरों में आयोजित किया जाएगा। इस फील्ड में नेविगेशन ऑफिसर, मरीन इंजीनियरिंग ऑफिसर और क्रू मेंबर्स आदि श्रेणी में कॅरियर ऑप्शन हैं।

आवेदन प्रक्रिया
केएल मरीन एंट्रेंस एग्जाम में अपीयर होने के लिए कैंडिडेट्स को ऑफिशियल वेबसाइट www.Klmee.co.in पर सबसे पहले अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके बाद ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म को भरना होगा। इसके साथ ही एप्लीकेशन फॉर्म के साथ निर्धारित रजिस्ट्रेशन शुल्क भी ऑनलाइन जमा करवाना होगा।

ये है योग्यता
बीटेक मरीन इंजीनियरिंग और बीएससी नॉटिकल साइंस के लिए आवेदक के मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं में फिजिक्स, कैमिस्ट्री और मैथ्स यानी पीसीएम में कम से कम 60 फीसदी एग्रीगेट माक्र्स होने चाहिए। साथ ही 10वीं या 12वीं में इंग्लिश सब्जेक्ट में कम से कम 50 प्रतिशत अंक होना जरूरी है। बीटेक के लिए रिटन और स्पोकन इंग्लिश में फ्लूएंसी भी होनी चाहिए।

इसका रखें ध्यान
इस एंट्रेंस एग्जाम में अपीयर होने वाले अभ्यर्थी इस बात का ध्यान रखें कि उनकी आयु प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू होने तक 25 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही किसी बाह्य सहायता के साथ या बिना 6/६ आइसाइट होनी चाहिए। कलर ब्लाइंडनेस भी नहीं होनी चाहिए। दाखिले के समय अभ्यर्थियों का मेडिकल एग्जामिनेशन डीजी शिपिंग गवर्नमेंट ऑफ इंडिया द्वारा अप्रूव्ड डॉक्टर्स करेंगे।

एग्जाम पैटर्न
केएलएमईई की अवधि 180 मिनट की होगी। यह देश के आठ शहरों में आयोजित किया जाएगा। एग्जाम में मल्टीपल च्वॉइस टाइप 200 सवाल पूछे जाएंगे, जिनमें फिजिक्स, कैमिस्ट्री, मैथ्स, जनरल नॉलेज, इंग्लिश और रीजनिंग के सवाल होंगे। पेपर इंग्लिश या हिन्दी में से किसी भी मीडियम में दे सकते हैं। गलत उत्तर देने पर नेगेटिव मार्किंग का प्रावधान नहीं है।

जरूरी तारीखें
3 सितम्बर 2018 को सुबह 11 बजे से केएलएमईई की वेबसाइट पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन।
31 दिसंबर 2018 (शाम पांच बजे) ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की आखिरी तारीख।
11 फरवरी 2019 दोपहर 12 बजे से एडमिट कार्ड वेबसाइट पर होंगे उपलब्ध।
22 अप्रेल 2019 (शाम चार बजे) को घोषित हो सकता है परिणाम।
1 मई 2019 (दोपहर 12 बजे) से काउंसलिंग शुरू, 15 मई (शाम 6 बजे) को काउंसलिंग बंद।
25 मई, 2019 को दोपहर 12 बजे से कोर्स के लिए अभ्यर्थियों के एडमिशन लैटर जारी किए जाएंगे।

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