एविएशन में अवसर एविएशन इंडस्ट्री में मुख्य रूप से दो प्रकार के रोजगार अवसर हैं- एयरलाइन एयरपोर्ट ऑपरेशन और केबिन क्रू। एयरलाइन एयरपोर्ट ऑपरेशन में जॉब के अवसर इस तरह के हो सकते हैं-
एयर होस्टेस : एयर होस्टेस को फ्लाइट अटेंडेंट भी कहा जाता है। उनकी जिम्मेदारियां यात्रियों को भोजन और पेयजल की सेवा प्रदान करना एवं उनकी सुरक्षा और जरूरतों का खयाल रखकर यात्रियों को संतुष्ट करना होता हैं। ये नर्वस एवं बीमार यात्रियों का विशेष ध्यान रखते हैं तथा अपने कप्तानों और नियोक्ताओं के लिए प्रशासनिक कर्तव्यों का भी पालन करते हैं।
एयरपोर्ट ग्राउंड ड्यूटी : ग्राउंड ड्यूटी स्टाफ का काम मुख्य रूप से यात्रियों के सवालों का जवाब देना, यात्रियों की सहायता करना एवं आरक्षण लेना, टिकट जारी करना, यात्री पहचान और प्रिंटिंग बोर्डिंग पास की पुष्टि करना तथा टिकट काउंटर पर यात्रियों को अपने सामान में चेक करने में मदद करना और बैगेज की डिलीवरी सुनिश्चित करना व यात्रियों और उनके सामान की सुरक्षा स्क्रीनिंग का संचालन करना होता है।
एयरपोर्ट ग्राउंड ड्यूटी : ग्राउंड ड्यूटी स्टाफ का काम मुख्य रूप से यात्रियों के सवालों का जवाब देना, यात्रियों की सहायता करना एवं आरक्षण लेना, टिकट जारी करना, यात्री पहचान और प्रिंटिंग बोर्डिंग पास की पुष्टि करना तथा टिकट काउंटर पर यात्रियों को अपने सामान में चेक करने में मदद करना और बैगेज की डिलीवरी सुनिश्चित करना व यात्रियों और उनके सामान की सुरक्षा स्क्रीनिंग का संचालन करना होता है।
व्यक्तित्व की विशेषताएं एयर होस्टेस और एयरपोर्ट ग्राउंड ड्यूटी के व्यक्तित्व में कुछ खास विशेषताएं होती हैं। इनकी मदद से वे अपने काम को बखूबी पूरा कर पाते हैं। जानते हैं इनके बारे में विस्तार से-
ग्रूमिंग : गू्रमिंग उन चीजों को संदर्भित करती है, जो लोग खुद को साफ रखने और अपना चेहरा, बाल और त्वचा को अच्छे रखते हैं।
अच्छी कम्युनिकेशन स्किल्स : इसमें सभी से बातचीत का तौर-तरीका, आई कॉन्टैक्ट और प्रभावी संवाद शामिल है। अच्छी तरह सुनें, विचारों को उचित रूप से प्रस्तुत करें, स्पष्ट रूप से और संक्षेप में लिखें और समूह में अच्छी तरह से काम करें।
पर्सनेलिटी डवलपमेंट : इसमें सकारात्मक सोच शामिल है। व्यक्तित्व विकास में एक उत्साही, प्रेरित और आनंदमय रहने वाले व्यक्ति के अस्तित्व और अनिच्छुक अवस्था से आगे बढऩे का कार्य शामिल होता है।
एविएशन मैनेजमेंट : इस नौकरी में आप हवाईअड्डे या विमानन संगठन के प्रतिदिन के संचालन की निगरानी कर सकते हैं और किसी विभाग की देख-रेख करते हैं। इसलिए एविएशन मैनेजमेंट को समझना जरूरी है।
अच्छी कम्युनिकेशन स्किल्स : इसमें सभी से बातचीत का तौर-तरीका, आई कॉन्टैक्ट और प्रभावी संवाद शामिल है। अच्छी तरह सुनें, विचारों को उचित रूप से प्रस्तुत करें, स्पष्ट रूप से और संक्षेप में लिखें और समूह में अच्छी तरह से काम करें।
पर्सनेलिटी डवलपमेंट : इसमें सकारात्मक सोच शामिल है। व्यक्तित्व विकास में एक उत्साही, प्रेरित और आनंदमय रहने वाले व्यक्ति के अस्तित्व और अनिच्छुक अवस्था से आगे बढऩे का कार्य शामिल होता है।
एविएशन मैनेजमेंट : इस नौकरी में आप हवाईअड्डे या विमानन संगठन के प्रतिदिन के संचालन की निगरानी कर सकते हैं और किसी विभाग की देख-रेख करते हैं। इसलिए एविएशन मैनेजमेंट को समझना जरूरी है।
योग्यता भाषा : अंग्रेजी और अन्य विदेशी भाषाओं का ज्ञान
उम्र : 18 से 26 के बीच
शिक्षा : 12 वीं/स्नातक (किसी भी विषय से)
ऊंचाई : 157.5 सेमी
अविवाहित व अच्छा स्वास्थ्य वेतन वैसे तो इसमें कोई निर्धारित सीमा नहीं होती हैं और आपके अनुभव के साथ वेतन की वृद्धि होती जाती है। एयर होस्टेस को 25 से 30 हजार रुपए और एयरपोर्ट ग्राउंड ड्यूटी को 15 से 25 हजार रुपए तक मिल जाते हैं।
उम्र : 18 से 26 के बीच
शिक्षा : 12 वीं/स्नातक (किसी भी विषय से)
ऊंचाई : 157.5 सेमी
अविवाहित व अच्छा स्वास्थ्य वेतन वैसे तो इसमें कोई निर्धारित सीमा नहीं होती हैं और आपके अनुभव के साथ वेतन की वृद्धि होती जाती है। एयर होस्टेस को 25 से 30 हजार रुपए और एयरपोर्ट ग्राउंड ड्यूटी को 15 से 25 हजार रुपए तक मिल जाते हैं।