कार चलाते वक्त बिना किसी बात हॉर्न नहीं बजाना चाहिए, इसका इस्तेमाल सिर्फ सामने वाले लोगों को जागरुक करने के लिए किया जाता है। इसके साथ ही कार चलाते वक्त मन हमेशा शांत रखना चाहिए, क्योंकि छोटी सी गलती कई लोगों की जान ले सकती है।अगर आप सभी नियमों का पालन करेंगे तो आप आसानी से एक अच्छे ड्राइवर बन जाएंगे। कार चलाने से पहले गियरबॉक्स, क्लच और ब्रेक को ठीक से जांच लें।
कार चलाना सीखते वक्त कार की स्पीड हल्की रखनी चाहिए, क्योंकि आप जितना कम स्पीड में कार को चलाएंगे उसको उतना ही ज्यादा समझ पाएंगे। स्पीड कम रहेगी तो आपका नियंत्रण रहेगा और गियर आसानी से चेंज कर पाएंगे। कार में बैठते वक्त अपनी सीटिंग पोजिशन को ठीक कर लें, क्योंकि जब तक आप कार में आराम से बैठ नहीं पाएंगे तब तक आप ठीक से ड्राइविंग भी नहीं कर पाएंगे। कई बार क्या होता है कि सीटिंग पोजिशन ठीक न हो पाने की वजह से कंधे, कमर, घुटने और पैरों में दर्द होने लगता है जो कि आपको ड्राइविंग के दौरान परेशान कर सकता है।
शुरुआत में ध्यान को इधर-उधर न भटकाएं और कार को ठीक से देखते हुए ही ड्राइविंग करें, कार चलाने के लिए सिर्फ आगे ही नहीं देखा जाता है बल्कि रियर व्यू मिरर और साइड मिरर को भी देखा जाता है उसके बाद कार पर हर तरह से नियंत्रण होता है। अगर आप सभी नियमों का पालन करेंगे तो आप आसानी से एक अच्छे ड्राइवर बन जाएंगे। कार चलाना सीखने से पहले उस कार के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए कि वो किस कंपनी, मॉडल और वेरिएंट की है।