कार चालकों के लिए काम की वो 7 बातें, जिन्हें हमेशा करेंगे फॉलो तो हर सफर रहेगा सुहाना मारुति ने गुरुवार को इस संबंध में जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि 4 नवंबर 2019 और 25 फरवरी 2020 के बीच निर्मित ईको कारें प्रभावित हो सकती हैं। इसने आगे बताया कि इस रिकॉल अभियान के तहत संदिग्ध वाहनों के मालिकों को ‘समय रहते’ मारुति सुजुकी के अधिकृत डीलरों से संपर्क करना होगा।
सुजुकी ने बयान में कहा, “कंपनी सभी 40,453 ईको कारों में फिट हेड लैंप से स्टैंडर्ड सिंबल गायब होने की जांच करेगी और अगर जरूरत पड़ी तो मुफ्त में इन्हें बदलकर ग्राहकों को वापस सौंपा जाएगा।”
वहीं, वैकल्पिक रूप से ग्राहक कंपनी की वेबसाइट पर भी लॉग इन कर सकते हैं और वाहनों के चेसिस नंबर (MA3 और उसके बाद 14 अंक अल्फा-न्यूमेरिक नंबर) भरकर ‘Imp Customer Info’ सेक्शन में चेक कर सकते हैं कि क्या उनकी ईको कार पर ध्यान देने की जरूरत है। चेसिस नंबर वाहन आईडी प्लेट पर उभरा होता है और वाहन इन्वॉयस/रजिस्ट्रेशन डॉक्यूमेंट में भी इसका उल्लेख किया जाता है।
1.11 करोड़ रुपये में बिका Mahindra Thar 2020 का पहला मॉडल, अंदर-बाहर नंबर-1 की प्लेट लगी इस साल की शुरुआत में मारुति ने 63,493 सियाज़, अर्टिगा, एक्सएल 6 पेट्रोल स्मार्ट हाइब्रिड के लिए रिकॉल ऑर्डर जारी किए थे। उस समय, देश की सबसे बड़ी कार निर्माता ने सूचित किया था कि संबंधित वाहनों की मोटर जनरेटर इकाइयों (MGU) में संदिग्ध खामी हो सकती है।
पिछली रिकॉल के दौरान मारुति ने यह भी उल्लेख किया था कि यदि आवश्यक हो, तो डीलर अल्टरनेट कार की भई व्यवस्था कर सकते हैं। हालांकि अभी सामने आए रिकॉल ऑर्डर में ऐसा कोई उल्लेख नहीं है।