इलैक्ट्रिक कारों को पसंद करने वालों के लिए खुशखबरी है। लिथियम आयन बैटरियों की कीमत में लगातार दर्ज की जा रही है। यदि गिरावट का सिलसिला आगे भी इसी तरह चलता रहा तो साल 2025 तक इलैक्ट्रिक कारों की कीमतें कम हो सकती है। ब्लूमबर्ग न्यू एनर्जी फाइनेंस की एक रिपोर्ट के अनुसार 2024 तक कुछ माडलों की कीमत पेट्रोल कारों के बराबर हो जाएगी और आने वाले सालों में वे सस्ती हो जाएंगी।
इस बारे में लंदन के एक खोजकर्ता का कहना है कि यह इस तरह होगा कि बैटरी की कीमतें डिमांड अनुसार घटती जाएंगी और इलैक्ट्रिक कारों की संख्या बढ़ती जाएगी। बताया जा रहा है कि चीन इलैक्ट्रिक कारों के मामले में दुनिया का नेतृत्व करेगा क्योंकि उसकी सरकार इनकी बिक्री ज्यादा करने के लिए उत्पादन बढ़ाने के बारे में सोच रही है। बी.एन.ई.एफ. ने कहा कि यह विस्तार लिथियम आयन स्टोरेज की वृद्धि के साथ होंगे जो बैटरी की कीमत को 2030 तक 70 डालर प्रति किलोवाट तक लाने में मददगार होगा।