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‘अंतरिम’ में भी सीतारमण के ‘नवरत्नों’ की मशक्कत पूर्ण बजट जैसी

वित्तमंत्री के सलाहकार : जिनकी दूरदर्शी सूझ-बूझ और सुझावों से तय होता है देश का हिसाब-किताब
 

नई दिल्लीJan 30, 2024 / 12:47 am

ANUJ SHARMA

‘अंतरिम’ में भी सीतारमण के ‘नवरत्नों’ की मशक्कत पूर्ण बजट जैसी

नई दिल्ली. केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को लगातार छठी बार बजट पेश करेंगी। देश के इतिहास में लगातार इतनी बार बजट पेश करने वाली वह दूसरी वित्तमंत्री होंगी। इससे पहले मोरारजी देसाई ने पांच पूर्ण और एक अंतरिम बजट पेश किया था। सीतारमण अंतरिम बजट पेश करेंगी, लेकिन इसे तैयार करने में उनके ‘नवरत्नों’ की टीम पूर्ण बजट जैसी मशक्कत कर रही है। टीम में अपने-अपने क्षेत्र के दिग्गज आर्थिक विशेषज्ञ शामिल हैं। इनका संक्षिप्त परिचय पेश किया जा रहा है।
टी.वी. सोमनाथन

तमिलनाडु के 1987 बैच के आइएएस अधिकारी टी.वी. सोमनाथन वित्त मंत्रालय में सबसे सीनियर सेक्रेटरी हैं। उनके पास फाइनेंस सेक्रेटरी की भी जिम्मेदारी है। अप्रेल, 2015 से अगस्त, 2017 तक प्रधानमंत्री कार्यालय में काम कर चुके सोमनाथन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करीबी माना जाता है। उन्हें 2020 में वित्त मंत्रालय में एक्सपेंडिचर सेक्रेटरी बनाया गया था। तभी से बजट बनाने की प्रक्रिया से जुड़े रहे हैं।
अजय सेठ

कर्नाटक कैडर के 1987 बैच के आइएएस अधिकारी अजय सेठ वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव हैं। वह 2021 में वित्त मंत्रालय आए। मंत्रालय के महत्त्वपूर्ण बजट डिवीजन को लीड किया। पिछले साल भारत की अध्यक्षता में हुए जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान वह चर्चा में आए थे।
तुहिन कांत पांडेय

निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग में सचिव तुहिन कांत पांडेय को एयर इंडिया के प्राइवेटाइजेशन और एलआइसी के आइपीओ में महत्त्वपूर्ण भूमिका के लिए जाना जाता है। वह ओडिशा कैडर के 1987 बैच के आइएएस अधिकारी हैं।
संजय मल्होत्रा

राजस्थान कैडर के 1990 बैच के आइएएस अधिकारी संजय मल्होत्रा रेवेन्यू सेक्रेटरी हैं। वह आइएएस परीक्षा में अपने बैच के टॉपर थे। इससे पहले वह वित्तीय सेवा विभाग (बैंकिंग डिवीजन) में सेक्रेटरी थे। अंतरिम बजट प्रक्रिया में मल्होत्रा टैक्स रेवेन्यू बढ़ाने की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। उन पर वित्तमंत्री के बजट भाषण के भाग बी का मसौदा तैयार करने की जिम्मेदारी भी है।
विवेक जोशी

विवेक जोशी बजट पर वित्तमंत्री के सलाहकार समूह के नए सदस्यों में गिने जाते हैं। वह नवंबर, 2022 में वित्तीय सेवा विभाग के सचिव के रूप में वित्त मंत्रालय में शामिल हुए। हरियाणा कैडर के 1989 बैच के अधिकारी जोशी पहले देश के रजिस्ट्रार जनरल और जनगणना कमिश्नर थे। बैंक, वित्तीय संस्थान, इंश्योरेंस कंपनियों और नेशनल पेंशन सिस्टम जैसे सेक्टर के बारे में फैसलों में वह वित्तमंत्री के सहायक होंगे।
नितिन गुप्ता

भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी नितिन गुप्ता केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के चेयरमैन हैं। वह बजट में आयकर, कॉरपोरेट कर और प्रत्यक्ष कर से जुड़े प्रस्ताव तैयार करने में मदद करेंगे। माना जा रहा है कि आम चुनाव से पहले पेश होने वाले अंतरिम बजट में उनके प्रस्ताव अहम होंगे।
संजय कुमार अग्रवाल

भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी संजय कुमार अग्रवाल सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडाइरेक्ट टैक्स एंड कस्टम के चेयरमैन हैं। बजट में शामिल होने वाले अप्रत्यक्ष कर संबंधी सभी प्रस्ताव उनकी टेबल से होकर गुजरेंगे। कई कमोडिटी पर कस्टम ड्यूटी में बदलाव और जीएसटी से जुड़े प्रस्तावों पर उनकी नजर रहेगी।
वी. अनंत नागेश्वरन

वी. अनंत नागेश्वरन भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार हैं। उन्हें लेखक और शिक्षक के तौर पर भी जाना जाता है। वह सीतारमण के सबसे करीबी सलाहकारों में से एक हैं। नागेश्वरन ग्लोबल उठापटक का भारतीय इकोनॉमी पर पडऩे वाले प्रभावों की देख-रेख भी करते हैं।
आशीष वछानी

तमिलनाडु कैडर के 1997 बैच के आइएएस अधिकारी वित्त मंत्रालय के बजट डिवीजन में एडिशनल सेक्रेटरी हैं। एक तरह से वह चीफ बजट ऑफिसर हैं। लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पब्लिक मैनेजमेंट और गवर्नेंस में पोस्टग्रेजुएट वछानी को पॉलिसी फार्मूलेशन एंड इंप्लीमेंटेशन का लंबा अनुभव है।

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