मप्र,महाराष्ट्र में लॉकडाउन, घरों की तरफ दौड़ रहे प्रवासी मजदूर
– सीमाओं पर छोड़ रही बसें
<p>हड़ताल : अजमेर जिले में 15 करोड़ का कारोबार ठप,150 पेट्रोल पम्पों पर दिनभर पसरा रहा सन्नाटा,हड़ताल : अजमेर जिले में 15 करोड़ का कारोबार ठप,150 पेट्रोल पम्पों पर दिनभर पसरा रहा सन्नाटा,Lockdown in MP, Maharashtra, migrant laborers running towards home</p>
बुरहानपुर. मप्र और महाराष्ट्र में लॉकडाउन लगने के बाद प्रवासी मजदूरों का पलायन भी शुरू हो गया। महाराष्ट्र की यात्री बसें यूपी के मजदूरों को जिले की बॉर्डर तक छोड़ रही है, ऐसे में मजदूरों को पैदल या ऑटों, टैंपों की मदद से बस स्टैंड तक पहुंच रहे है। यहां से इंदौर बस में बैठकर आगे का सफर तय कर रहे है। जबकि मजदूरों से महाराष्ट्र के बस चालक इंदौर तक का किराया वसूल रहे है।
शुक्रवार सुबह 10 बजे यूपी के 15 से अधिक प्रवासी मजदूर महाराष्ट्र में लॉकडाउन लगने के बाद बसों से मध्यप्रदेश की सीमा तक पहुंचे। महाराष्ट्र में बस परिवहन शुरू होने के कारण प्रवासी मजदूरों को इंदौर तक छोडऩे का झूठ बोलकर बैठाया जा रहा है, लेकिन सीमाओं पर सख्ती होने के कारण इच्छापुर और लोनी बॉर्डर के पास ही उतार रहे है, ऐसे में मजदूरों को आगे का सफर पैदल या फिर टैंपों और ऑटों में बैठकर करना पड़ रहा है।महाराष्ट्र के प्रवासी मजदूर बस स्टैंडपर पहुंचने के बाद मंदसौर, इंदौर सहित अन्य जिलों में जाने के लिए बसों में बैठ गए। लेकिन बस स्टैंड पर किसी भी मजदूर की कोविड जांच तक नहीं की गई। बसों में भी सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं किया जा रहा है।
फिर घरों की ओर लौट रहे मजदूर
कोरोना संक्रमण बढऩे के बाद एक बार फिर मजदूरों को अपने घरों की ओर वापस लौटना पड़ रहा है।यूपी, बिहार सहित प्रदेश के अन्य जिलों में रहने वाले प्रवासी मजदूर बड़ी संख्या में महाराष्ट्र बसों सहित टे्रेनों से लौट रहे है। महाराष्ट्र परिवहन पर प्रतिबंध होने के कारण प्रवासी मजदूरों को बॉर्डर पर ही उतार दिया जा रहा है, जबकि किराया पूरा ले रहे है।मजदूर नंदूकिशोर चौहान ने कहा कि हम 9 से अधिक मजदूर पुणे से इंदौर के बस में बैठे थे, लेकिन बस वाले ने बॉर्डर पर ही छोड़कर भाग गया। हमें टैंपों से बस स्टैंड पहुंच कर हम इंदौर जाना पड़ रहा है।मजदूरी कर कमाया पैसा किराए में ही खर्च हो रहा है।