Kovid test will be done for hospitalized patients, doctor will treat by seeing negative report
बुरहानपुर. कोरोना संक्रमण का फैलाव होने के बाद अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों को फिर से कोविड टेस्ट कराना अनिवार्य किया गया है। हर दिन भर्ती होने वाले नए मरीजों का कोविड सैंपल लेकर जांच के लिए लैब भेजा जा रहा है। आरटीपीसीआर रिपोर्ट देखने के बाद डॉक्टर्स द्वारा आगे का उपचार एवं दवाईयां लिखी जा रही है।
अस्पताल में मेडिकल, सर्जिकल वार्ड सहित अन्य वार्डाे में प्रतिदिन 10 से 15 नए मरीज भर्ती होते है। मरीजों को कोरोना लक्षण नहीं होने के बाद भी शासन द्वारा कोविड टेस्ट अनिवार्य करने के बाद अस्पताल में मरीजों के सैंपल लिए जा रहे है।सिविल सर्जन डॉक्टर शकील अहमद ने बताया कि अस्पताल में भर्ती सभी मरीजों का कोरोना टेस्ट करना अनिवार्यकिया गया है।प्रतिदिन सुबह 11 से दोपहर 1 बजे तक तकनीशियन टीम सभी वार्डाे में घूमकर नए मरीजों के कोविड सैंपल लेकर जांच के लिए भेजती है।दूसरे दिन आरटीपीसीआर रिपोर्ट देखने के बाद ही मरीजों का आगे उपचार शुरू किया जाता है। अगर जांच के दौरान कोई गंभीर पॉजिटिव मिलता है तो ऐसे मरीज को डीसीएससी वार्डमें भर्ती कर उपचार शुरू करते है।
ऑपरेशन के लिए निगेटिव टेस्ट जरूरी
शासकीय अस्पताल में अगर किसीभी तरह के ऑपरेशन के पहले कोविड निगेटिव टेस्ट रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य किया गया है।नसबंदी ऑपरेशन के लिए भी महिलाओं की कोविड जांच हो रही है। अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की जांच के दौरान भी कोविड पॉजिटिव केस सामने आ रहे है।कोरोना संक्रमण थमने के बाद यह टेस्ट बंद हो गए थे, लेकिन संक्रमण का फैलाव होने के बाद दोबारा भर्ती मरीजों के सैंपल लेना शुरू हो गया है।