स्कूल परिसर के शौचालय में जहरीले जीव के काटने से बालक की मौत

बालक को लगा कांच लगने से बहा खून, तबीयत खराब होने पर हुआ खुलासा

बुरहानपुर. वन ग्राम बदनापुर में शनिवार दोपहर जहरीले जानवर के काटने से मौत हो गई। घटना दोपहर 2 बजे की बताई जा रही है। मृत छात्र स्कूल में पेपर दे रहा था। पेपर खत्म होने के बाद उसे प्रतिदिन अनुसार स्कूल में बैठना था लेकिन अचानक स्वास्थ्य खराब होने पर उसे शिक्षकों ने घर छोड़ दिया। शाम करीब 3.45 बजे सूचना मिली की उसका स्वास्थ्य और खराब हो चुका है। परिजन और स्कूल के शिक्षक ने छात्र को अस्पताल में भर्ती कराया। यहा चिकित्सकों ने जांच के बाद बालक के पैरो में दांत के निशान होना बताया। सांप के काटने से बालक की मौत होना माना जा रहा है।

जानकारी के अनुसार ग्राम बदनापुर की प्राथमिक शाला में कक्षा 5वी के छात्र सुमित पिता संतोष (10) की मौत हुई है। शुक्रवार दोपहर 12 बजे से उसका प्रति परिक्षण का पेपर शुरु हुआ। दोपहर 2 बजे सुमित लघुशंका होने पर स्कूल परिसर में बने शौचालय में पहुचा। यहां से वापस लौटते वक्त उसके पैर से खुन निकलने लगा। परिसर में खडे शिक्षक अरुण पाटील को उसके दाए पैर से खुन निकलता दिखा। उन्होने पुछा तो सुमित ने कहा कि पैर में काच लगा है।

कांच लगा होने की बात सुनकर पाटील ने उसे डेटोल लगाकर प्राथमिक उपचार कर दिया। ठीक होने पर सुमित ने पुरा पेपर दिया। इसके बाद उसका स्वास्थ्य और खराब होने लगा। दोपहर 2.30 बजे से शाम 5 बजे तक उसे स्कूल में बैठना था। लेकिन स्वास्थ्य खराब होने से साथियो ने उसे घर छोड दिया। शाम 3.45 बजे सुचना मिली की उसकी सेहर और भी खराब हो रही है। सुमित के चाचा शेतान मालजी और शिक्षक पाटील उसे नेपा लिमिटेड चिकित्सालय में लेकर पहुचे। यहा जांच में पता चला की सुमित को किसी जगरीले जीव ने काटा है। उसके पैर पर दात के निशान थे। चिकित्साक कुछ उपचार कर पाते इसके पहले ही सुमित की मौत हो चुकी थी। मृत घोषित करने के बाद परिजन उसे घर ले गए।

महाराष्ट्र में मजदूरी करते है परिजन

सुमित के पिता संतोष मालजी और मां भूसावल के भादली गांव में मजदूरी के लिए गए हुए थे। पिछले कई दिनो से वे सुमित से नही मिले थे। परिजनो ने कहा कि सुमित पढाई को लेकर सजग था। लेकिन उसे घटना के बारे में पता नही चला। यदि कुछ समय पहले ही इसकी सुचना मिलती तो शासद सुमित की जान बच सकती थी। देर शाम सुमित के पिता को उसकी मौत की सुचना दी गई। उनके आने के बाद शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा।

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