बारिश में भीगे सैकड़ों गेहूं से भरे कट्टे तो लदान का काम हुआ प्रभावित

नैनवां के समर्थन मूल्य खरीद केन्द्र पर खुले में पड़े गेहंू के सात हजार कट्टे शनिवार देर रात को हुई बरसात से भीग गए। कट्टों को भीगने से बचाने के लिए तिरपाल डाले तो तेज हवा तिरेपालों को भी ले उड़ी।

<p>बारिश में भीगे सैकड़ों गेहूं से भरे कट्टे तो लदान का काम हुआ प्रभावित</p>

नैनवां. नैनवां के समर्थन मूल्य खरीद केन्द्र पर खुले में पड़े गेहंू के सात हजार कट्टे शनिवार देर रात को हुई बरसात से भीग गए। कट्टों को भीगने से बचाने के लिए तिरपाल डाले तो तेज हवा तिरेपालों को भी ले उड़ी। बरसात की गति इतनी तेज थी कि भरने के बाद जिन कट्टों के मुंह की सिलाई नहीं हो पाए उनमें से बरसात के पानी के साथ गेहंू बहकर बाहर निकल आए। रविवार सुबह बहे गेहंू मैदान में बिखरे पड़े थे। समर्थन मूल्य के गेहंू खरीद केन्द्र पर खरीदे गए माल का पांच दिनों से उठाव नहीं हो रहा था। खरीद केन्द्र प्रभारी गजेन्द्र नागर ने बताया कि केन्द्र से एफसीआई के सवाईमाधोपुर व बूंदी के गोदामों पर ट्रकों में भेजा माल खाली नहीं होने से चार दिनों से ट्रक गोदामों के बाहर ही खड़े हैं। रविवार शाम तक स्टॉक बढकर साढ़े आठ हजार कट्टे तक पहुंच जाएगा।

भीगे माल के कट्टों को सुखाने में लगे रहे श्रमिक
रामगंजबालाजी. कुवांरती कृषि उपज मंडी यार्ड में पड़े माल का रविवार को लदान कार्य गति नहीं पकड़ पाया। बरसात होने से लदान की व्यवस्था बिगड़ गई। बरसात से भीगे माल के कट्टों को सुखाने के लिए श्रमिक व हम्माल दिनभर लगे रहे।

बिना भीगे माल को उठाने में भी नहीं दिखाई रुचि
शनिवार को बरसात के बाद मंडी परिसर में लगे दो टीनशेड के नीचे सूखे में माल रखा होने के बावजूद उस माल का लदान नहीं हुआ।

2428 कट्टे गेहू के बरसात में भीगे
पेच की बावड़ी. कस्बे में समर्थन मूल्य गेहंू खरीद केंद्र पर शनिवार रात को बरसात से खुले में रखे करीब 2428 कट्टे भीग गए। ग्राम सेवा सहकारी समिति व्यवस्थापक राजकुमार शर्मा ने बताया कि चार दिन से माल उठाव नहीं हुआ है। तिरपाल आदि की व्यवस्था नहीं होने से गेहूं भीग गए। उधर पूर्व सरपंच व सरपंच प्रतिनिधि बाबूलाल मीणा ने बताया कि माल का ठेकेदार द्वारा समय पर उठाव नहीं कराने व केंद्र पर बरसात से गेहंू के कट्टों को बचाने के लिए उचित संसाधनों की कमी व लापरवाही के चलते ढाई हजार कट्टे बरसात में भीग गए।
खटकड़.. कस्बे में शनिवार रात को हुई तेज बारिश से कई जगहों पर नुकसान हुआ है। खटकड़ चौराहा पर समर्थन मूल्य केंद्र पर गेहंू के कट्टे भीग गए। समर्थन मूल्य केंद्र के ठेकेदार अशोक ने बताया कि गेहंू के लगभग 5000 कट्टे खुले में रखे हुए थे। कुछ को तिरपाल से बचाने का प्रयास किया, लेकिन कई कट्टे भीग गए। वहीं दुकानदारों को दुकानों में पानी घुसने की चिंता सता रही है। दुकानदारों का कहना है कि दुकानों के सामने नाली निर्माण नहीं है। सडक़ ऊंची होने से पानी दुकान में घुसेगा।

मुश्किल में गुजरी किसानों की रात
कापरेन. कस्बे सहित क्षेत्र में शनिवार रात्रि को रुक रुक कर तेज हवाओं के साथ बरसात हुई। इससे मंडी में जिंस बेचने पहुंचे किसानों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ा। वहीं बिजली की आवाजाही के चलते गर्मी व उमस से आमजन को परेशानी हुई। शनिवार रात्रि को आठ बजे से आधे घण्टे की बरसात हुई और बाद में देर रात्रि को तेज हवा के साथ कभी हल्की व कभी तेज बरसात हुई। बरसात के दौरान हाइवे पर ट्रैक्टर ट्रॉलियां में भरी जिंस और मंडी परिसर में पड़े करीब चार हजार कट्टे भीग गए।

जमकर बरसे मेघ, खेतों में भरा पानी
गोठड़ा. क्षेत्र के गांवों में शनिवार रात को जमकर मेघ बरसे। इससे खेतों में पानी भर गया। जानकारी के अनुसार ग्राम गोठड़ा, मेण्डी, धोवड़ा सहित आधा दर्जन गांवों में झमाझम बारिश हुई। इससे खेतों में पानी भर गया।

भीगे गेहूं के कट्टे
भण्डेड़ा. रानीपुरा उच्च माध्यमिक विद्यालय परिसर में चल रहे गेहूं खरीद केन्द्र पर चार दिन से गेहूं का उठाव नहीं होने से शनिवार को परिसर में रखे गेहूं के कट्टे भीग गए। जानकारी के अनुसार शनिवार रात को तेज हवा चलने से टेंट गिर गए व बरसात से गेहूं के कट्टे भीग गए। इधर रानीपुरा ग्राम सेवा सहकारी समिति के व्यवस्थापक सीताराम जांगिड़ ने बताया कि गेहूं उठवाने के लिए उच्चाधिकारियों को लिखित में अवगत करवाया जा चुका है।
देई. कस्बे सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में शनिवार रात को बरसात से मंडी में रखे गेहंू के कट्टे भीग गए।

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