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प्राथमिक पड़ताल में यह बात सामने आई है कि रुपयों के लेन-देन के विवाद में वकील की हत्या कर दी गई थी। पुलिस पिछले कई दिनों से ड्रॉन के जरिए धर्मेंद्र की तलाश करती रही और हत्याराेपियाें ने उनके शव काे पुलिस के पीछे ही एक फैक्ट्री में दफन कर दिया। अब पुलिस ने गड्ढा खुदवाकर शव काे बाहर निकलवाया है। यह भी पढ़ें
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खुर्जा के मोहल्ला गुलशन विहार कॉलोनी में रहने वाले एडवोकेट धर्मेंद्र चौधरी 25 जुलाई को अचानक लापता हो गए थे। परिजनों ने इनकी तलाश शुरू की थी लेकिन कोई सफलता नहीं मिल रही थी। इसके बाद परिजन पुलिस थाने पहुंचे और पुलिस को पूरे मामले से अवगत कराया। जांच पड़ताल की गई तो वकील की बाइक गांव खबरा के पास लावारिस हालत में मिली। इसके बाद से ही परिवार वालों को अनहोनी की आशंका थी और पुलिस लगातार धर्मेंद्र की तलाश कर रही थी लेकिन उनका कोई पता नहीं चल पा रहा था। यह भी पढ़ें
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इस मामले में पुलिस ने ड्रोन का भी सहारा लिया और खुर्जा के आसपास ड्रोन से भी तलाश की गई लेकिन कोई सफलता पुलिस के हाथ नहीं लगी। शुक्रवार रात वकील का शव एक टाइल्स की फैक्ट्री से बरामद हुआ है। यह फैक्ट्री पुलिस चाैकी के पीछे थी। हत्या करने के बाद शव को जलाकर दफना दिया गया था। पुलिस ने अब गड्ढा खोदकर शव काे बाहर निकलवाया है। अभी तक की पुलिस की जांच पड़ताल में यह बात सामने आई है कि फैक्ट्री के संचालक के साथ अधिवक्ता का लेनदेन था और इसी को लेकर विवाद चल रहा था। फैक्ट्री मालिक ने अधिवक्ता धर्मेंद्र को अपनी फैक्ट्री पर बुलाया और वहीं पर हुए विवाद के बाद उसकी बेरहमी से हत्या कर दी। यह भी पढ़ें