इंडस्ट्री में लड़कों के मुकाबले लड़कियों के लिए ज्यादा स्ट्रगल: विद्या बालन

पत्रिका कीनोट सलोन ( Patrika Keynote Salon ) में अभिनेत्री विद्या बालन ( Vidya Balan ) ने कहा फिल्म इंडस्ट्री में लड़कों और लड़कियों के स्ट्रगल के सवाल पर विद्या ने कहा कि स्ट्रगल से तो सब गुजरते हैं। हालांकि, नए लोगों और आउटसाइडर्स के लिए स्ट्रगल कुछ ज्यादा होता है। शायद लड़कियों के लिए और ज्यादा स्ट्रगल है।

<p>इंडस्ट्री में लड़कों के मुकाबले लड़कियों के लिए ज्यादा स्ट्रगल: विद्या बालन</p>

नई दिल्ली। नेपोटिज्म फिल्म इंडस्ट्री ( Nepotism in Bollywood ) की ही नहीं दुनिया की सच्चाई है। सब अपने लोगों को आगे बढ़ाना चाहते हैं। इसमें कुछ गलत नहीं है। हालांकि किसी टैलेंट को पीछे रखना गलत है। अगर आप में हुनर, आत्मविश्वास है और मेहनती हैं, तो आपका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। ये मानना है फिल्म अभिनेत्री विद्या बालन ( Viday Balan) का।

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विद्या गुरुवार को पत्रिका कीनोट सलोन ( Patrika Keynote Salon ) में सवालों के जवाब दे रही थीं। शो का मॉडरेशन पत्रिका के शैलेन्द्र तिवारी और इंडिया म्यूजिक समिट की को-फाउंडर माला सिकरी ने किया। फिल्म इंडस्ट्री में लड़कों और लड़कियों के स्ट्रगल के सवाल पर विद्या ने कहा कि स्ट्रगल से तो सब गुजरते हैं। हालांकि, नए लोगों और आउटसाइडर्स के लिए स्ट्रगल कुछ ज्यादा होता है। शायद लड़कियों के लिए और ज्यादा स्ट्रगल है। इंसानी फितरत है कि हम लड़कियों पर ज्यादा कठोर होते हैं। जो लोग लड़कियों को जज करते हैं, उन्हें वक्त गंवाने दें। आप खुद पर फोकस कर आगे बढ़े।

सेल्फ शॉट वीडियो बनाना सीखा

विद्या ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान मैंने सेल्फ शॉट वीडियो बनाना सीखा। इसकी तैयारी और संचालन से लेकर सबकुछ खुद किया। लोगों की अहमियत का अहसास हुआ। ये भी अनुभव हुआ कि जरूरत पड़ने पर सबकुछ खुद कर सकते हैं। लॉकडाउन के दौरान झाडू-पोंछे से लेकर खाना बनाने तक सारे काम किए। पति ने कामकाज में हाथ बटाया।

हैल्दी बाउंड्री बनाए रखना अच्छी बात

वैवाहिक जीवन के अनुभवों के बारे में विद्या ने कहा कि एक-दूसरे की अहमियत का ख्याल रखना होता है। वैवाहिक जीवन में दोनों के बीच हैल्दी बाउंड्री बनाए रखना अच्छी बात है। हम एक-दूसरे का सपोर्ट करते हैं। निर्णय में टांग नहीं अड़ाते।

शकुंतला जैसा उत्साह मुझमें भी
अब तक निभाए उनके किरदारों में कौनसा सबसे करीब है के सवाल पर विद्या ने कहा कि फिल्म ‘तुम्हारी सुलु’ और नई मूवी ‘शकुंतला देवी’ ( Shakuntala Devi Movie ) में निभाया किरदार पसंद है क्योंकि शकुंतला जैसा उत्साह मुझमें भी है। वह भी हंसने के मौके तलाशती थीं मैं भी ऐसा ही करती हूं। मुझे भी नंबर आसानी से याद रहते हैं। इसलिए मैथ्स के सीन कर पाई। वह हर लम्हे का मजा उठाना चाहती थीं, मैं भी ऐसी ही हूं।

एक्टिंग को लेकर मां से हुआ झगड़ा

इंडस्ट्री में आने को लेकर परिवार के रिएक्शन के सवाल पर विद्या ने कहा कि मेरी मां ने कॉलेज की पढ़ाई के दौरान एक्टिंग की दुनिया में जाने को लेकर झगड़ा किया था। पहले वह मेरे साथ शूट पर जाया करती थीं। जब उन्हें विश्वास हो गया कि मैं अपना ख्याल रख सकती हूं तो आना बंद कर दिया। जब मेरी पहली मूवी देखी तो उन्हें डर था कि लोग क्या कहेंगे। अब वह मेरी प्रशंसा करती हैं। उन्हें लोगों की चिंता नहीं है।

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