जूही चावला का पढ़े-लिखे लोगों पर निशाना, कहा- इस धरती पर सबसे ज्यादा कर रहे है गंदगी

जूही चावला ( Bollywood actress Juhi Chawla) सोशल मीडिया ( social media ) पर काफी एक्टिव रहती हैं। अभिनेत्री ने अपने ट्विटर हैंडल ( Twitter handle) से एक ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने पढ़े-लिखे लोगों पर निशाना साधा है।

<p>Juhi Chawala</p>

बॉलीवुड अभिनेत्री जूही चावला ( Bollywood actress Juhi Chawla) सोशल मीडिया ( social media ) पर काफी एक्टिव रहती हैं। वह इस प्लेटफार्म के जरिए बेबाकी से अपनी राय रखती रहती हैं। अभिनेत्री ने अपने ट्विटर हैंडल ( Twitter handle) से एक ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने पढ़े-लिखे लोगों पर निशाना साधा है। जूही ने ट्विटर पर प्लास्टिक में की गई पैक सब्जियों के तीन डिब्बों की एक तस्वीर साझा की। उन्होंने इसे कैप्शन देते हुए लिखा, ‘और इस तरह मेरी सब्जियों की घर पर डिलिवरी हुई है। प्लास्टिक में डूबी हुई। पढ़े-लिखे लोग इस धरती पर सबसे ज्यादा गंदगी मचा रहे हैं। पता नहीं हंसूं या रोऊं।’ एक्ट्रेस के इस ट्वीट पर लोग कर रिएक्ट कर रहे हैं और अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। मई में जूही चल रहे लॉकडाउन के दौरान किसानों की मदद के लिए आगे आई थीं। एक्ट्रेस के पास मुंबई के बाहरी इलाके में एक खानदानी खेत है, जहां विशेषज्ञों की एक टीम जैविक खेती करती है। उन्होंने अब इस मौसम में चावल उगाने के लिए भूमिहीन किसानों के लिए इसे खोल दिया है।

एक्ट्रेस ने कहा कि एक पर्यावरण कार्यकर्ता होने के नाते उन्होंने अपने फार्म हाउस पर बोरवेल का कम से कम उपयोग करने, सूख चुके कुंओं को पुनर्जीवित करने, ज्यादा से ज्यादा फलों के पेड़ लगाने, बिना केमिकल का उपयोग किए सब्जियां उगाने जैसे निर्देश दे रखे हैं। लॉकडाउन में जरुरतमंदों की मदद करने वाली बॉलीवुड सेलिब्रिटी की सूची में जूही का नाम भी शामिल है। पिछले दिनों उन्होंने कुछ किसानों को अपने मांडवा और वाडा फॉर्म हाउस पर काम और आश्रय प्रदान किया है।
https://twitter.com/iam_juhi/status/1278194139067084801?ref_src=twsrc%5Etfw

हिस्सा भी देंगी किसानों को
जूही ने बताया कि किसान मिट्टी को समझते हैं इसलिए उनके लिए यह काम बहुत आसान होगा। उन्होंने यह भी कहा कि किसान अपने परिवार के लिए उगने वाले चावल का एक हिस्सा रख सकते हैं। चूंकि हम लॉकडाउन में हैं, इसलिए मैंने भूमिहीन किसानों को खेती करने के लिए अपनी जमीन देने का फैसला किया है। हम उन्हें इस मौसम में चावल की खेती करने दे रहे हैं और बदले में अपने लिए उपज का एक छोटा हिस्सा ही लेंगे। लॉकडाउन के बीच किसानों के लिए उनका फार्महाउस एक आश्रय स्थल बन सकता है। ये फार्महाउस जूही के पिता ने 20 साल पहले खरीदे थे। ये दोनों खेत मुंबई के बाहरी इलाके में वैतरणी नदी के किनारे मौजूद हैं।

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