सूर्य नमस्कार : सूर्य नमस्कार से ब्लड सर्कुलेशन बढ़िया और हृदय रोगों का खतरा कम होता है। नियमित 12 मुद्राओं के अभ्यास से फायदा मिलता है।
भुजंगासन : पेट के बल लेटकर दोनों हाथ छाती के पास रखें। सांस पर ध्यान केंद्रित करते हुए शरीर को ऊपर उठाएं। फिर सांस छोड़ते हुए सामान्य मुद्रा में आ जाएं।
पश्चिमोत्तासन : सीधे बैठकर दोनों पैरों को फैलाएं। हाथ ऊपर की ओर उठाएं। झुककर पैरों के अंगूठों को पकड़ें। घुटने न मोड़ें। यह हृदय के लिए फायदेमंद है।
सर्वांगासन : पीठ के बल सीधा लेटकर पैरों को मिलाएं। हथेली जमीन से सटाकर रखें। सांस अन्दर भरते हुए हाथ-पैरों को 90 डिग्री तक उठाएं।
15 मिनट ध्यान : सीधे पीठ के बल लेट जाएं। आंखें बंद कर पैरों को फैलाकर घुटने, पंजे को आराम दें। हाथ सीधा रखें। हथेलियां आसमान की ओर फैलाएं। ध्यान शरीर के हर अंग पर ले जाएं।