किसी से कहें : बेचैनी बार-बार महसूस हो तो अपने किसी मित्र, परिजन या जनरल फिजिशियन को बताएं। इससे मन का बोझ हल्का होने के साथ ही किसी मदद करने वाले व्यक्ति का साथ भी मिलेगा।
एक्टिव रहें : एक्सरसाइज सिर्फ तन के लिए नहीं बल्कि मन के लिए भी फायदेमंद है। इससे मूड ठीक होता है, नींद अच्छी आती है और ऊर्जा मिलती है। यह एंटीडिप्रेसेंट का काम करती है।
अच्छा खाएं : हर रोज संतुलित व पौष्टिक भोजन लेने की आदत डालें। ताजा फल, सब्जियां और साबुत अनाज लें। इनसे मूड भी अच्छा होता है। चीनी, कैफीन, अल्कोहल आदि से दूर रहें। इनका काम परेशानी बढ़ाना है।
पर्याप्त नींद लें : अच्छी नींद मन को सबसे ज्यादा सुकून देती है। टीवी, स्मार्टफोन आदि से दूर होकर रात को कम से कम 7 घंटे की नींद लें। बेडरूम शांत रखें।
अच्छी खुशबू लें : खुशबू में चिंता व तनाव मिटाने के अद्भुत गुण होते हैं। लैवेंडर, कैमोमाइल, गुलाब जैसे प्रभावी व खुशबूदार तेलों का प्रयोग कर सकते हैं।
प्लानिंग करें : बैठे रहने के बजाय खुद को थोड़ा व्यस्त रखें। इसके लिए जरूरी है कि हर काम को प्लान करके चलें। इससे खाली बैठने का वक्त नहीं मिलेगा व एक के बाद एक काम को करने की ललक बनी रहेगी।
आराम से सांस लें-
जल्दी-जल्दी सांसें लेना तनाव व बेचैनी का बड़ा लक्षण है। इससे बचें व लंबी और रोजाना गहरी सांस लेने यानी डीप ब्रीदिंग की आदत डालें। दिमाग को सुकून मिलेगा।
घूमने जाएं : एक रिसर्च के अनुसार घर से बाहर थोड़ी देर घूमने से मन में स्फूर्ति आती है। चाहें तो किसी पार्क, मॉल, बाजार या भीड़भाड़ भरे सार्वजनिक स्थान पर घूम सकते हैं।