योग एक संपूर्ण व्यायाम नहीं है। सच : ऐसा नहीं है। सूर्य नमस्कार एक संपूर्ण व्यायाम है। इसे धीरे-धीरे करते हैं तो यह योग और तेज गति से कर रहे हैं तो यह किसी भी फुल बॉडी एक्सरसाइज की तरह लाभ देता है।
योग लचीले शरीर वाले ही कर सकते हैं। सच : योग से तंत्रिकातंत्र पर दबाव पड़ता है। हर अंग में ऑक्सीजन व ब्लड की सप्लाई बढऩे से लचीलापन आता है। इसकी शुरुआत के ३-४ तीन बाद बॉडी योग के लिए तैयार हो जाती है। इसे अधिक वजन वाले लोग भी कर सकते हैं।
इसके लिए लाइफ स्टाइल व खानपान में बदलाव जरूरी है। सच : हां, बेहतर लाइफस्टाइल से योग के परिणाम भी अच्छे मिलते हैं। अधिक तलाभुना व मसालेदार खानपान के कारण ज्यादातर लोगों को गैस की समस्या रहती है। ऐसे में कठिन आसन करने पर दिमाग में गैस चढऩे से चक्कर आने की शिकायत होती है। समय पर भोजन लें और देर तक जागने व जंकफूड खाने से बचें।
दर्द से पीडि़त लोग योगासन न करें। सच : योग के दुष्परिणाम नहीं होते। लेकिन दर्द व चोट के मामले में विशेषज्ञ से बात करके ही आसन करें। वे आपकी शारीरिक समस्या के अनुसार उचित योग, इसके करने का तरीका और अवधि की जानकारी देंगे जिससे बेहतर परिणाम मिलेंगे।