इन देशों में बढ़ाएगी व्यापार- कंपनी के सीईओ जोशन जेट्ज ने कहा है कि हार्ले केवल उन्ही देशों में कारोबार को जारी रखेगी जहां कंपनी को मुनाफा हो रहा है या मुनाफा बढ़ने के आसार हैं। इसके तहत कंपनी ने अब उत्तरी अमेरिका, यूरोप और कुछ एशियाई देशों समेत 50 में की कारोबार को आगे बढ़ाएगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी ऐसे किसी भी देश में व्यापार नहीं करेगी जहां उसे नुकसान हो रहा है इसी के चलते कंपनीने अपनी वेबसाइट से अपनी नई बाइक ब्रोंक्स को हटा दिया है ।
आंकड़े हैं सुबूत- पिछले वित्तीय वर्ष (2019-2020) में कंपनी ने भारत में केवल 2,500 बाइक बेचे हैं, जबकि इस साल अप्रैल से जून की अवधि के बीच कंपनी केवल 100 बाइक ही बेच पाई है।
ये है वजह- आपको बता दें कि Harley को शुरूआती दिनों में भारत में अच्छी सपलता मिली थी लेकिन हर बदलते दिन के साथ कंपनी किफायती रेंज बाइक्स बनाने वाली कंपनियों Royal Enfield, Benneli, Triumph जैसी कंपनियों से पिछड़ती चली गई। कंपनी ने भारत में हार्ले-डेविडसन स्ट्रीट 650 जैसे किफायती मॉडलों को भी बाजार में उतारा है, लेकिन यह बाइक रॉयल एनफील्ड के 650 cc मॉडल से कहीं अधिक महंगी है। कम कीमत में बेहतरीन फीचर्स देने वाली अन्य कंपनियों ने भारत में हार्ले-डेविडसन की बिक्री को खासा प्रभावित किया है।