एमएम ग्राउंड में बने जिम्नास्टिक सेंटर को किया सील

राजकीय मोहता मूलचंद उच्च माध्यमिक विद्यालय के खेल मैदान में बिना अनुमति के गतिविधियां संचालित करने का मामला तूल पकड़ चुका है।

<p>Gymnastics</p>
बीकानेर. राजकीय मोहता मूलचंद उच्च माध्यमिक विद्यालय के खेल मैदान में बिना अनुमति के गतिविधियां संचालित करने का मामला तूल पकड़ चुका है। लम्बे समय से मिल रही शिकायतों को विद्यालय विकास एवं प्रबंधन समिति एसडीएमसी ने गंभीरता से लिया और मंगलवार को एसडीएमसी सदस्यों की मौजूदगी में विद्यालय प्रबंधन ने खेल मैदान में संचालित तरणताल व जिम्नास्टिक सेंटर परिसर को सील कर दिया।
 

एसडीएमसी में पारित प्रस्ताव के साथ मैदान को सील करने की सूचना जिला शिक्षा अधिकारी व माध्यमिक शिक्षा निदेशक को दी गई है। इसमें कई प्रकार की अनियमितताओं के आरोप लगाते हुए जांच की मांग की गई है। एमएम स्कूल प्रबंधन की ओर से अचानक की गई कार्रवाई से हड़कम्प मच गया। मौके पर एक संचालक भी पहुंचा, लेकिन स्कूल प्रबंधन ने अनुमति-पत्र लाने के बाद ही इस संबंध में चर्चा करने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया।
 

एमएम ग्राउंड के एक हिस्से में नगर विकास न्यास की ओर से निर्मित तरणताल संचालित है। विद्यालय ने तरणताल पर अपना अधिकार बताते हुए विगत सालों में संचालन से प्राप्त राशि विद्यालय कोष में जमा करवाने की मांग की है। एसडीएमसी का आरोप है कि खेल मैदान में कथित अभय जिम्नास्टिक सेंटर नाम से जिम्नास्टिक गतिविधियां संचालित की जा रही है, जिसमें बच्चों से निर्धारित शुल्क लिया जा रहा है। जबकि इस संबंध में विद्यालय प्रबंधन से कोई अनुमति नहीं ली गई। उन्होंने सेंटर पर अवैधानिक गतिविधियां संचालित होने का भी आरोप लगाया है।
 

 


एसडीएमसी ने कसी कमर

एमएम स्कूल की विद्यालय विकास एवं प्रबंधन समिति की ओर से लम्बे समय से विद्यालय में भामाशाहों के सहयोग से विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। एमएम स्कूल के मैदान की भूमि पर तरणताल संचालित होने के बावजूद विद्यालय को एक रुपए भी नहीं मिलने को लेकर सदस्य लम्बे समय से मंत्रणा कर रहे थे और लम्बे समय से तरणताल व जिम्नास्टिक सेंटर के नाम पर जेबे भरने की शिकायतें मिल रही थी, जिस पर एसडीएमसी ने दो दिन पहले मीटिंग कर मैदान के ताला लगाने का निर्णय किया। एसडीएमसी सदस्य व पार्षद शिवकुमार रंगा, प्रधानाचार्य एवं अध्यक्ष एसडीएमसी दुर्गाशंकर पुरोहित, व्याख्याता रामपाल सहू, सचिव शिवकुमार व्यास, सदस्य व व्याख्याता आभा शुक्ला, कुसुमलता शर्मा, करणीसिंह बिट्ठू तथा बड़ी संख्या में विद्यार्थी मौजूद थे।
 

 


दो घंटे तक रहा जमावड़ा

एसडीएमसी सदस्यों के साथ विद्यालय स्टाफ व अनेक विद्यार्थी एमएम ग्राउंड में पहुंचे और उन्होंने तरणताल के भाग के तीनों दरवाजों पर नए ताले लगाकर सील कर दिया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि तरणताल में भरा पानी इतना गंदा है, जिससे बच्चों को चर्म रोग होने का खतरा है। मामूली लालच में बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है।
 

उन्होंने वर्तमान में मौजूद पानी की जांच करवाने तथा दूषित पानी होने पर संबंधित के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की। एमएम ग्राउंड को सील करने की सूचना मिलने के बाद बड़ी संंख्या में लोग एकत्रित हो गए। मौके पर कुछ अभिभावकों ने तरणताल व जिम्नास्टिक सेंटर की सितम्बर माह की फ ीस दिए जाने की बात कहते हुए लौटाने की मांग की।
 

 

बदल गया जगह का नाम
स्कूल प्रबंधन का आरोप है कि एमएम ग्राउंड में अभय जिम्नास्टिक सेंटर का संचालन हो रहा है, जिसकी विद्यालय प्रबंधन को सूचना तक नहीं थी। जबकि जिला स्तरीय जिम्नास्टिक प्रतियोगिता में आयोजन स्थल अभय जिम्नास्टिक सेंटर दिया गया, जबकि वास्तविकता में प्रतियोगिता एमएम ग्राउंड में हुई थी।
 

अनुमति से केवल तीरंदाजी
एसडीएमसी ने एमएम ग्राउंड में वर्षों से संचालित द्रोणाचार्य तीरंदाजी संस्थान को विद्यालय प्रबंधन की स्वीकृति होने की बात कही है। इसके अलावा अन्य गतिविधियों के बिना स्वीकृति के संचालित होने की बात कहकर रोक लगा दी है। विद्यालय प्रबंधन ने सील लगाने की सूचना नयाशहर पुलिस थाने में भी दी है तथा सील तोडऩे पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।
 

 

सेंटर की आड़ में पेड़ की बली

प्रधानाचार्य दुर्गाशंकर पुरोहित ने बताया कि जिस स्थान पर अवैध रूप से जिम्नास्टिक सेंटर संचालित किया जा रहा है। वहां विद्यार्थियों व नागरिकों की ओर से पूर्व में पेड़ लगाए गए थे, जिनमें से कुछ हरे पेड़ जिम्नास्टिक सेंटर संचालकों ने बिना अनुमति के काट दिए और मौके पर पेड़ों के जमीन से सटे तने व सूखी लकडिय़ां मौजूद है। एसडीएमसी की मीटिंग में हरे पेड़ की कटाई को लेकर रोष जताया गया तथा जिला शिक्षा अधिकारी से पेड़ काटने में लिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई।
 

 


स्कूल की परमिशन के बिना गतिविधियां कर रहा है तो गलत है। फिलहाल तथ्य जुटाकर कार्रवाई की जाएगी। विद्यालय हित में फैसला लिया जाएगा।
दयाशंकर अरडावतिया, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक, बीकानेर
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.