चांदमल ढढ्ढा के पैतृक निवास में ही इस बार कोरोना महामारी को देखते हुए गणगौर प्रतिमा को विराजित किया गया। बालिकाओं व महिलाओं ने गणगौर प्रतिमा के दर्शन-पूजन किया। यशवंत कोठारी के अनुसार कोरोना गाईडलाइन की पालना के तहत इस बार सार्वजनिक रूप से गीत और नृत्य का आयोजन नहीं रखा गया है। घर में सैनेटाईजर और मास्क की व्यवस्था की गई है। दर्शनों के लिए पहुंच रही महिलाओं के लिए भी मास्क अनिवार्य किया गया है। शुक्रवार को भी गणगौर प्रतिमा को पानी पिलाने और भोग अर्पित करने की रस्म का निर्वहन होगा।