जूनागढ़ से नहीं निकली गणगौर सवारी

जनाना ड्योढ़ी में पानी पिलाने और भोग अर्पित करने की हुई रस्म

<p>जूनागढ़ से नहीं निकली गणगौर सवारी</p>

बीकानेर. कोरोना महामारी के कारण तीसरी बार जूनागढ़ से पूर्व बीकानेर राज परिवार की गणगौर प्रतिमा की सवारी गुरुवार को नहीं निकली। जूनागढ़ जनाना ड्योढ़ी में ही गणगौर प्रतिमा का परम्परानुसार पूजन किया गया। पुष्पा बाई ने गणगौर प्रतिमा का श्रृंगार किया और पूजा-अर्चना कर पानी पिलाने और विविध पकवानों का भोग अर्पित किया।

गणगौरी तीज और चौथ पर हर साल जूनागढ़ से शाही लवाजमें के साथ गणगौर की सवारी निकालने की परम्परा है। इस बार भी गणगौर की सवारी नहीं निकली। पिछले साल भी गणगौरी तीज और कजली तीज पर गणगौर की सवारी नहीं निकली थी। गणगौरी तीज पर जूनागढ़ से सवारी निकलनकर चौतीना कुआ पहुंचती है। यहां पानी पिलाने और भोग अर्पित करने की रस्म का निर्वहन होता है।

महिलाएं गणगौर प्रतिमा के आगे नृत्य प्रस्तुत करती है। कोरोना महामारी के कारण इस बार भी गणगौर सवारी निकालने के कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है। जनाना ड्योढ़ी में ही गणगौर का पूजन कर उसके समक्ष नृत्य प्रस्तुत किए गए। शुक्रवार को भी गणगौर का पूजन कर पानी पिलाने, भोग अर्पित करने और गीत-नृत्य का आयोजन जनाना ड्योढ़ी में होगा।

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