रेलवे के प्रयासों के बावजूद लोग जान की परवाह किए बिना रेलवे फाटक व पटरियां पार करने से बाज नहीं आ रहे हैं।
कौन समझाए कि अनहोनी पूछकर नहीं आती। मंगलवार को गजनेर रोड स्थित बाबूलाल रेलवे फाटक पर ट्रेन सिग्नल का इंतजार कर रही थी।
दो युवक आए। पहले तो उन्होंने कुछ विचार किया, बाद में ट्रेन के नीचे से साइकिल लेकर निकल गए।
कौन समझाए कि अनहोनी पूछकर नहीं आती।
दो युवक आए। पहले तो उन्होंने कुछ विचार किया, बाद में ट्रेन के नीचे से साइकिल लेकर निकल गए।