बता दें कि शस्त्र अधिनियम के तहत अभियुक्त वाजिद को पुलिस ने 3 सितंबर को बिजनौर जिला कारागार में भेजा था। दोपहर 12 बजे क्वॉरेंटाइन सेंटर में गिनती के दौरान पता चला कि एक बंदी क्वॉरेंटाइन सेंटर से फरार हो गया है। पुलिस ने जब इसके बारे में पता किया तो पता चला कि फरार अभियुक्त जेल में शस्त्र अधिनियम के तहत बंदी था और 3 सितंबर को अभियुक्त को जेल भेजा गया था। अचानक से बंदी क्वॉरेंटाइन सेंट्रल से स्टाफ की आंखों में धूल झोंक कर गायब हो गया था। एसपी ने बंदी की गिरफ्तारी के लिए 25 हज़ार का इनाम भी घोषित कर दिया था। इसी कड़ी में नूरपुर पुलिस ने महज 3 घंटे के अंदर ही अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है।
एसपी डॉ धर्मवीर सिंह ने बताया कि वाजिद नाम का आरोपी जो कि जिला कारागार में जेल में बंद था। कोरोनावायरस रिपोर्ट आने पर उसे इलाज के लिए स्वेहेड़ी क्वॉरेंटाइन सेंटर में भर्ती कराया गया था।पुलिस ने 3 घंटे के अंदर ही अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है और इसे जेल भेज रही है। इस लापरवाही के मामले में आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में जिस भी पुलिस कर्मी की लापरवाही सामने आएगी उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।