100 दिनों में सुरक्षा बलों ने करीब 37 नक्सलियों को अलग-अलग मुठभेड़ों में मौत के घाट उतार दिया।
अनेक प्रकार के खतरनाक से भी खतरनाक हथियार बरामद किए गए।
बीजेपी की सरकार बनते ही नक्सली मुठभेड़ बढ़ गए और पहली बार सुरक्षा बल माओवादियों के गुप्त ठिकानों तक पहुंचने में सफल हुए है।
लोक सभा चुनाव के चलते इनकी उलटी गिनती हुई शुरू। जमीन पर इन आतंकियों की लाशें बिछ गई है।