फिलहाल नहीं चलेंगे चिलिका में सी प्लेन केंद्र ने निरस्त किया प्रोजेक्ट

लंबे समय से चिलिका झील में सी प्लेन चलाने की बात कही जा रही थी…

भुवनेश्वर केंद्र सरकार ने ओडिशा वाटर एयरोड्रम प्रोजेक्ट (सी प्लेन प्रोजेक्ट) रद्द कर दिया है। इसे चिलिका झील में शुरू किया जाना था। उद्देश्य था पर्यटन को बढ़ावा देना। चिलिका, गोपालपुर, बालासोर और हीराकुद तक इसे फैलाना था। ओडिशा सरकार और यहां के संगठनों ने पर्यावरणीय दृष्टि से इसका विरोध किया था।

 

चिलिका विकास प्राधिकरण के चीफ एक्जक्युटिव सुशांत नंद ने कहा कि एयरपोर्ट अथारिटी ऑफ इंडिया ने इस सी प्लेन प्रोजेक्ट को फिलहाल निरस्त कर दिया है। उनका कहना है कि इससे चिलिका के ईको सिस्टम पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।


एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया के चेयरमैन गुरुप्रसाद महापात्रा ने चीफ सेक्रेटरी आदित्य पाढ़ी को इस निर्णय की वीडियो कांफ्रेंसिंग से सूचना दी। उन्होंने पर्यावरणीय खतरे पर भी बातचीत की। महापात्रा ने यह भी कहा कि चिलिका के अलावा कहीं और लोकेशन हो तो भी केंद्र मदद को तैयार है। चिलिका में 97 प्रजाति की चिड़िया को यूरेशियन और आर्कटिक क्षेत्र से आती हैं। कुल 230 प्रजातियों की चिड़ियां आती हैं। बीते जून माह में एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया ने सी प्लेन प्रोजेक्ट ओडिशा के लिए स्वीकृत किया था। विशेषज्ञ दल ने सर्वे करके रिपोर्ट भी दी थी।

 

लंबे समय से पर्यटकों को था इंतजार

बता दें कि लंबे समय से चिलिका झील में सी प्लेन चलाने की बात कही जा रही थी। ओडिशा आने वाले पर्यटकों को इसके बाद सी प्लेन से चिलिका झील देखने का मौका मिलता। पर प्रोजेक्ट पर रोक लगने के बाद से पर्यटकों का सी प्लेन में बैठकर चिलिका देखने का सपना टूट गया। इस प्रोजेक्ट के लिए केंद्र व राज्य दोनों ही सरकारों ने कदम आगे बढाए थे। पर चिलिका झील के ईको सिस्टम पर विपरित प्रभाव पडने की आशंका के चलते प्राजेक्ट पर रोक लग गई।

 

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