ओलावृष्टि की चेतावनी जारी
मौसम विभाग के ताजा बुलेटिन के मुताबिक 19 जिलों में कहीं-कहीं गरज चमक के साथ तेज हवा और अल्पकालिक ओलावृष्टि की संभावना है। मौसम विभाग ने इसके लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में रीवा, सतना, सीधी, सिंगरोली, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, अनूपपुर, बालाघाट, छिंदवाड़ा, जबलपुर, कटनी, मंडला, नरसिंहपुर, सिवनी, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ और रतलाम जिले शामिल हैं।
गरज चमक के साथ चलेगी तेज हवा
मौसम विभाग ने 16 जिलों में कहीं-कहीं गरजम चमक के साथ तेज हवा चलेगी। मौसम विभाग ने इसके लिए यलो अलर्ट जारी किया है। इनमें छतरपुर, दमोह, पन्ना, सागर, टीकमगढ़, विदिशा, रायसेन, सीहोर, भोपाल, धार, इंदौर, उज्जैन, देवास, शाजापुर, गुना, अशोकनगर जिले शामिल हैं।
पिछले 24 घंटों के दौरान मध्यप्रदेश के शहडोल संभागों के जिलों में और रीवा, सागर, जपलपुर और भोपाल संभागों के जिलों में कहीं-कहीं बारिश दर्ज की गई और शेष संभागों का मौसम शुष्क रहा।
बढ़ेगी हवा की रफ्तार
मौसम विभाग ने कहा है कि प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में आंशिक मेघ छाए रहेंगे। गरज-चमक के साथ हल्की बारिश की भी संभावना है और 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी। मौसम विभाग ने यह भी कहा है कि आने वाली 15 और 16 तारीख को विशेष बदलाव नहीं होगा।
यहां हुई बारिश
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक उमरिया और सोहागपुर में 5, अनूपपुर में 4, डिंडोरी में 3, जैतहरी और नैनपुर में 2, अमरकंटक, मंडला और केवलारी में 1 सेमी बारिश दर्ज हुई।
तीन जिलों में सबसे अधिक तापमान
मौसम विभाग के मुताबिक रीवा और शहडोल संभागों के जिलों में सामान्य, जबलपुर, सागर, होशंगाबाद संभागों के जिलों में सामान्य से कम और शेष संभागों के जिलों में सामान्य से काफी कम तापमान रहा। जबकि प्रदेश में सर्वाधिक तापमान 33 डिग्री खरगौन, रीवा, उमरिया और खजुराहो में दर्ज किया गया।
उज्जैन में सबसे ज्यादा ठंड
मध्यप्रदेश में सबसे ठंडा फिलहाल उज्जैन बना हुआ है। यहां न्यूनतम तापमान 10 डिग्री रिकार्ड किया गया। इसके अलावा रीवा संभाग के जिलों में सामान्य से काफी अधिक, जबलपुर संभाग के जिलों में सामान्य से अधिक, भोपाल संभाग के जिलों में सामान्य से कम, इंदौर, उज्जैन संभागों के जिलों में सामान्य से काफी कम तापमान बना हुआ है।
वैज्ञानिकों ने बताया बदलाव का कारण
मौसम वैज्ञानिक शैलेंद्र नायक के मुताबिक ऊपरी क्षोभ मंडल स्तर तक फैला हुआ चक्रवाती संचरण के रूप में ‘वेस्टर्न डिस्टर्बेंस’ अब उत्तरी पाकिस्तान और आसपास के क्षेत्रों पर टिका हुआ है। इससे प्रणाली से प्रेरित एक चक्रवाती संचरण हरियाणा और आसपास के इलाकों में निचले स्तरों पर बना हुआ है।
उपरोक्त प्रणाली के और मध्य-स्तर की वेस्टरली और निचले स्तर की ईस्टर के बीच परस्पर प्रभाव के कारण, पश्चिमी विक्षोभ के साथ जुड़ी हवाओं एवं बंगाल की खाड़ी से आने वाली नम एवं निम्न स्तर पूर्वी हवाओं के बीच संगम के कारण 13 और 14 मार्च के दौरान पूर्वी मध्य प्रदेश (रीवा, शहडोल, जबलपुर, सागर संभागों के जिलों में) एवं पश्चिमी मध्य प्रदेश में भोपाल संभाग के जिलों में में कहीं-कहीं गरज के साथ कुछ स्थानों से अनेक स्थानों पर मध्यम वर्षा, आकाशीय बिजली / ओलावृष्टि / आंधी हवा / स्क्वैली हवाओं (कभी कभी हवा की गति 45-55 किमी प्रति घंटा की रफ्तार तक पहुँचने) की संभावना है।
नायक के मुताबिक 18 से 20 मार्च के दौरान भी पूर्वी मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं से कुछ स्थानों पर गरज के साथ वर्षा की संभावना है। अगले अगले 2-3 दिन दौरान प्रदेश भर में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव संभावना नहीं है ।