भोपाल

Conjunctivitis का वायरस जीता है अपनी पूरी जिंदगी, कर रहा परेशान

डॉक्टरों ने कहा, बारिश के बाद धूप से होती है दिक्कत
 

भोपालSep 21, 2019 / 01:32 am

govind agnihotri

Conjunctivitis का वायरस जीता है अपनी पूरी जिंदगी, कर रहा परेशान

भोपाल। मानसून के चलते लोगों में वायरल के साथ आंखों का संक्रमण भी बढ़ रहा है। अस्पतालों की ओपीडी में रोजाना सैकड़ों मरीज पहुंच रहे हैं। शहर के जेपी अस्पताल सहित अन्य सरकारी और निजी नेत्र रोग विशेषज्ञों के पास इन दिनों इस संक्रमण से ग्रसित मरीजों की तादाद में इजाफा हुआ है। हालात यह हैं कि संक्रमण होने पर आंखों में कंकड़ के चुभने जैसा दर्द हो रहा है। जलन का भी सामना करना पड़ रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह संक्रमण एक-दो दिन नहीं, बल्कि लंबे समय तक लोगों को परेशान कर सकता है, क्योंकि इस बीमारी का कीटाणु अपनी सात दिन की उम्र पूरी करके ही खत्म होता है।

जेपी अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. केके अग्रवाल के अनुसार बारिश के बाद होने वाली तेज धूप में ये वायरस व बैक्टीरिया कंजक्टिवाइटिस फैलाने और एलर्जी पैदा करने का कारण बन सकते हैं। इससे आंखें लाल पड़ जाती हैं। चुभन और खुजली महसूस होती है। ऐसी स्थिति में जरा सी भी लापरवाही आंखों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है।

ऐसे बचें
उन्होंने कहा कि अगर ऐसी दिक्कत है तो धूप, धूल, मिट्टी और धुएं से परहेज करें। इसके साथ ही भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें और आंखों में फोटोसिंथेसिस चश्मा लगाएं। अगर किसी व्यक्ति को यह समस्या है तो उससे दूरी बनाए रखें।

डॉक्टरों की छुट्टियों पर रोक
इधर, राजधानी में भारी बारिश के चलते अस्पतालों में सर्दी, खांसी, वायरल बुखार और उल्टी-दस्त के मरीजों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। इसे देखते हुए डॉक्टरों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। बीमारियों का संक्रमण रोकने के लिए जिले के सभी डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की छुट्टियों पर रोक लगा दी है। मालूम हो कि बारिश के चलते डेंगू और मलेरिया बुखार के साथ डायरिया, टाइफाइड, पीलिया फैलने की आशंका है। हमीदिया अस्पताल की ओपीडी में शुक्रवार को 2455 मरीज इलाज कराने पहुंचे। इनमें सर्वाधिक 650 मरीज सर्दी, खांसी और वायरल बुखार से पीडि़त थे, जबकि 154 मरीज पेट दर्द और उल्टी होने की शिकायत लेकर पहुंचे। वहीं जेपी अस्पताल में विभिन्न बीमारियों से पीडि़त 2580 मरीज इलाज कराने पहुंचे।

फैलने वाली बीमारी
कंजक्टिवाइटिस एक संक्रामक बीमारी है। किसी व्यक्ति को यदि कंजक्टिवाइटिस बीमारी हो गई है तो उसकी आंखों में न देखें। न ही उसका रुमाल, तौलिया, टोंटी, दरवाजे का हैंडल, टेलीफोन रिसीवर आदि का इस्तेमाल करें। यूं तो इसका वायरस ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाता, लेकिन कई प्रजातियां ऐसी भी हैं, जिनकी वजह से कार्निया पर धब्बे हो जाते हैं।

क्या है उपाय
– सुबह आंख चिपक रही है तो हल्के गुनगुने पानी से पलकों को साफ करें।
– रात में आंखों में दवा डालकर सोने से ज्यादा फायदा मिलेगा।
– धूप वाला गॉगल पहनें, ताकि दूसरों तक वायरस न फैले।
– साफ कपड़े को ठंडे पानी में भिगो्रकर आंखों पर रखें।
– आलू के टुकड़ों को आंखों पर रखने से भी सुकून मिलता है।
– सोने के पहले नहाने से एलर्जी से निजात पाई जा सकती है।
– विटामिन बी और सी युक्त फलों और सब्जियों का सेवन भी फायदेमंद साबित होगा।

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