कोरोना के मरीजों के लिए संसाधनों की कमी न हो इसके लिए निशातपुरा कोच फैक्ट्री में कोच को आइसोलेशन वार्ड के रूप में तैयार किया जा रहा है। रविवार तक यह तैयार हो जाएगा। चीफ वर्क्स मैनेजर मनीष अग्रवाल ने कहा कि जैसी डिमांड आएगी, हम अन्य कोच और पूरे रैक को भी आइसोलेशन वार्ड में तब्दील कर देंगे। इसके लिए निशातपुरा कोच फैक्ट्री पूरी तरह से तैयार है।
बाहर से होगी वायरिंग
कूपे के साइज के कोच में एक ही पेशेंट होगा। सामान्य कोच में 110 वोल्ट की सप्लाई के हिसाब से वायरिंग होती है, पर आइसोलेशन वार्ड बनाने पर यहां मेडिकल उपकरण भी लगेंगे। लिहाजा 230 वोल्ट की सप्लाई के लिए बाहर से भी वायरिंग की जा रही है। ताकि मेडिकल उपकरणों के सही तरीके से संचालित किया जा सके। इसमें कहीं से भी कोई दिक्कत न हो।
कूपे के साइज के कोच में एक ही पेशेंट होगा। सामान्य कोच में 110 वोल्ट की सप्लाई के हिसाब से वायरिंग होती है, पर आइसोलेशन वार्ड बनाने पर यहां मेडिकल उपकरण भी लगेंगे। लिहाजा 230 वोल्ट की सप्लाई के लिए बाहर से भी वायरिंग की जा रही है। ताकि मेडिकल उपकरणों के सही तरीके से संचालित किया जा सके। इसमें कहीं से भी कोई दिक्कत न हो।
स्टैंड और ट्रॉली बनाना शुरू
इसके साथ ही निशातपुरा कोच फैक्ट्री में यहां अस्पतालों में काम आने वाले पलंग, ऑक्सीजन ट्रॉली, आई-वी फ्लूड स्टैंड, बैंच, बेड साइड लॉकर का निर्माण हो रहा है। केंद्र सरकार ने तात्कालिक स्वास्थ्य सुविधाओं की आवश्यकता को देखते हुए रेलवने कोच फैक्ट्री में जरूरी मेडिकल संबंधी सामान बनाने को कहा है।
इसके साथ ही निशातपुरा कोच फैक्ट्री में यहां अस्पतालों में काम आने वाले पलंग, ऑक्सीजन ट्रॉली, आई-वी फ्लूड स्टैंड, बैंच, बेड साइड लॉकर का निर्माण हो रहा है। केंद्र सरकार ने तात्कालिक स्वास्थ्य सुविधाओं की आवश्यकता को देखते हुए रेलवने कोच फैक्ट्री में जरूरी मेडिकल संबंधी सामान बनाने को कहा है।
अस्पतालों में भी तैयारी
यहीं नहीं मध्यप्रदेश के अस्पतालों में भी कोविड-19 के लिए स्पेशल वार्ड बनाए गए हैं। जानकारी मिलते ही मरीजों की जांच करवाई जा रही है। साथ ही उन्हें आइसोलेट किया जा रहा है। जांच की व्यवस्था भी मध्यप्रदेस में कई जगहों पर की गई है। कुल मिलाकर कहें तो प्रदेश में कोरोना को मात देने के लिए सरकार युद्ध स्तर पर तैयारी कर रही है। सीएम खुद ही सारी चीजों को मॉनिटर कर रहे हैं।