अक्टूबर के अंत तक शुरु होगा काम
बता दें कि रेलवे ने कोच अपग्रेडेशन के लिए कपूरथला, भोपाल, रायबरेली और चेन्नई की फैक्ट्रियों को चिह्नित किया है। इस काम को करने के लिए सबसे पहले प्रोटो टाइप मॉडल बनवाया जाएगा। इसके बाद ही ‘स्लीपर’ व ‘जनरल कोच’ को एसी में बदला जाएगा। इस काम की शुरुआत अक्टूबर के लास्ट तक की जाएगी। जानकारी के मुताबिक दिसंबर तक 40 स्लीपर श्रेणी के कोच में बदलाव कर लिया जाएगा।
इस बारे में रेल अधिकारियों का कहना है कि आने वाले साल 2023 तक ट्रेनों में केवल एसी कोच ही रहेंगे। सभी स्लीपर कोचों को एसी में बदलने का काम शुरु किया जाएगा, जिससे ट्रेनों में बर्थ संख्या 72 से बढ़कर 83 हो जाएगी। इनका नाम शुरुआत में एसी-3 टूरिस्ट क्लास रखा जाएगा। अगले चरण में जनरल कोच को एसी में बदला जाएगा। बात इनकी सीटों की करें तो जो अब 88 है, वह 100 तक हो जाएगी।