वित्त मंत्री सीतारमण ने गुरुवार को लॉकडाउन के चलते गरीबों, अप्रवासी मजदूरों के लिए 1 लाख 70 हजार करोड़ रुपए के पैकेज का ऐलान किया। सीतारमण ने यह भी कहा कि 80 करोड़ गरीब लोगों को तीन माह तक 10 किलो चावल या गेहूं और 1 किलो दाल मुफ्त दी जाएगी।
सीतारमण ने हल्थ वर्करों के लिए 50 लाख तक का बीमा। देश के 8 करोड़ 70 लाख किसानों को राहत देते हुए 2 हजार रुपए की किस्त अप्रैल के पहले उनके खाते में डाल दी जाएगी। इसके अलावा दिहाड़ी मजदूरों की राशि भी बढ़ाकर 202 रुपए कर दी है। वृद्ध, विधवा और दिव्यांग इनकी पेंशन के अलावा एक हजार रुपए अतिरिक्त मिलेगा। 3 करोड़ लोगों को इसका लाभ मिलेगा। यह पैसा डायरेक्ट बैंक खाते में दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देशभर में 21 दिन का लॉकडाउन घोषित किया था। इससे जनजीवन और आर्थिक गतिविधियां ठहर-सी गई है।
देश में कोरोनावायरस का संक्रमण 25 राज्यों तक पहुंच चुका है। संक्रमितों का आंकड़ा 650 पार कर गया। 16 दिन में 15 पॉजिटिव मरीजों की मौत हुई है।
मध्यप्रदेश में गुरुवार सुबह तक कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 20 हो गई है।इनमें से इंदौर में 10, जबलपुर में 6, ग्वालियर में 2 और भोपाल में दो मरीज की पुष्टि हो गई है। मध्यप्रदेश में पहली मौत भी हो गई।
प्रदेश के 45 जिलों में पूरी तरह लॉकडाउन घोषित है, जबकि भोपाल और जबलपुर जिले में कर्फ्यू घोषित कर दिया गया है। कोरोना के कहर को देखते हुए हाईकोर्ट समेत सभी जिला अदालतें भी 14 अप्रैल तक के लिए बंद कर दी गई हैं।
लॉक डाउन के चलते देवी मंदिरों में दूसरे दिन भी सन्नाटा पसरा रहा। लोग अपने घरों में ही माता की आराधना कर रहे हैं। वहीं कई मंदिरों से फेसबुक लाइव के जरिए दर्शन कराए गए हैं।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने एक माह का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में देने का ऐलान किया है और विधायकों और समर्थ लोगों से भी इसमें योगदान देने की अपील की है।