हालांकि मौत के आंकड़ों में कमी आई है। पिछले माह तक हर दिन 50 से अधिक संक्रमितों की मौतें होती थी, लेकिन इस माह यह संख्या 20 पर टिक गई है। बैतूल जिले में दूसरी लहर शुरू होने से अब तक नए केसों में अन्य जिलों की तुलना में कोई खास सुधार नहीं हुआ है।
तीसरी लहर में इम्युनिटी, रिकवर हुए लोगों में कोरोना के खिलाफ बनी प्रतिरक्षा क्षमता व टीकाकरण की अहम भूमिका होगी। आने वाले समय में टीकाकरण से गंभीर होने वाले मरीजों की संख्या कम हो सकती है। इस आधार पर तीन तरह की संभावनाएं व्यक्त की गई हैं।
नए वैरिएंट का डर
गणितीय मॉडल (सूत्र मॉडल) पर काम कर रहे आइआइटी कानपुर के वैज्ञानिक मनिंद्र अग्रवाल के अनुसार तीसरी लहर में मामले तो कम रहेंगे लेकिन नया वैरिएंट के आने के बाद संक्रमण तेजी से फैल भी सकता है।