नंगे पैर मंत्री पद की शपथ
सिंधिया समर्थक और ग्वालियर विधानसभा सीट से पूर्व विधायक प्रद्युम्न सिंह तोमर शिवराज कैबिनेट में मंत्री बनाए गए हैं। राजभवन में हुए शपथ ग्रहण समारोह में प्रद्युम्न सिंह तोमर ने भी दूसरे मंत्रियों के साथ शपथ ली। 12वें नंबर पर शपथ लेने पहुंचे प्रद्युम्न सिंह तोमर ने नंगे पैर मंत्री पद की शपथ ली, जो चर्चाओं का विषय बना हुआ है।
नंगे पैर शपथ लेने के पीछे की कहानी
प्रद्युम्न सिंह तोमर जनता से जुड़े नेता माने जाते हैं अक्सर जनता के बीच पहुंचकर उनकी समस्याएं सुनते हैं और कई बार तो मौके पर ही उन्हें हल भी कर देते हैं। कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने के बाद बीते दिनों प्रद्युम्न सिंह तोमर ने संकल्प लिया था कि जब तक वो अपने क्षेत्रवासियों की समस्याओं को पूरी तरह से निदान नहीं कर देंगे नंगे पैर रहेंगे और इसी कारण वो नंगे पैर ही मंत्री पद की शपथ लेने के लिए पहुंचे। इससे पहले भी कई बार तपती दोपहर और गर्मी में उन्हें नंगे पैर क्षेत्र में घूमते हुए देखा गया है।
सफाई अभियान को लेकर बटोरीं सुर्खियां
बता दें कि प्रद्युम्न सिंह तोमर कांग्रेस की कमलनाथ सरकार में भी मंत्री थे तब सफाई अभियान को लेकर वो अक्सर सुर्खियों में रहते थे। गंदगी देख मंत्री जी खुद नालियों में उतर जाते थे और गंदगी साफ कर लोगों को साफ सफाई रखने के लिए प्रेरित करते थे। कई बार मीडिया में उनके सफाई अभियान की तस्वीरें जमकर वायरल भी हुई हैं।
बेटे को पुलिसकर्मी से मंगवाई थी माफी
प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बीते दिनों उस वक्त भी सुर्खियां बटोरीं थीं जब उनके बेटे रिपुदमन सिंह तोमर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। लॉकडाउन के वक्त वायरल हुए इस वीडियो में प्रद्युम्न सिंह तोमर के बेटे रिपुदमन एक पुलिसकर्मी से बदतमीजी करते दिखे थे। वीडियो वायरल होने के बाद प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बेटे को दंड देते हुए पहले तो पुलिसकर्मी से माफी मंगवाई थी और फिर सार्वजनिक टॉयलेट भी साफ कराया था।