एआइएमआइएम ने मध्यप्रदेश में नगर निकायों के चुनाव में पहली बार अपने प्रत्याशी उतारे थे। पार्टी ने विधानसभा और लोकसभा चुनाव में भी प्रत्याशी उतारने की बात कही थी लेकिन ऐन वक्त पर एआइएमआइएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पीछे हट गए। उन्होंने एमपी में लोकसभा चुनाव Lok Sabha Election 2024 नहीं लड़ने का फैसला ले लिया।
ओवैसी के इस फैसले पर राजनीतिक क्षेत्रों में हैरानी जताई जा रही है। हालांकि इस निर्णय से कांग्रेस को कुछ लाभ मिल सकता है। एआइएमआइएम के नहीं उतरने से अल्पसंख्यकों के वोट बंटने की आशंका खत्म हो गई है।
यह भी पढ़ें- पंडित मिश्रा पर नारियल फेंकने का वीडियो, देखें कैसे दर्द से कराहते सिर पकड़कर बैठे रहे कथावाचक मंगलवार शाम को एआइएमआइएम की प्रदेश कोर कमेटी के सदस्य सोहेश हाशमी ने बुरहानपुर में प्रेस कान्फ्रेंस बुलाई। यहां उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के हवाले से बताया कि लोकसभा चुनाव में एआइएमआइएम मध्य प्रदेश की किसी भी सीट से अपना प्रत्याशी नहीं उतारेगी। पार्टी प्रमुख अली बकार व असदुद्दीन ओवैसी सहित सभी पदाधिकारियों ने सहमति से यह फैसला लिया है। हालांकि इस फैसले की वजह बताने से उन्होंने इनकार कर दिया।
असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने वोटर्स से देश को विभाजित करनेवाली शक्तियों का समर्थन नहीं करने का आग्रह भी किया है। पार्टी की इस घोषणा के बीजेपी और कांग्रेस सहित सभी दल अपने—अपने अर्थ निकाल रहे हैं।