एक्सपर्ट ने कहा- सिर्फ लॉकडाउन करने से नहीं रुकेगा कोरोना, अपनाना होंगे ये खास विकल्प

संक्रमण का तीसरा चरण रोकना है तो उठाने होंगे ये कदम

भोपाल/ देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जहां केन्द्र सरकार ने 21 दिनों का देशभर में लॉकडाउन लगाया है। वहीं, मध्य प्रदेश सरकार ने सूबे 3 अदिक संदिग्ध शहरों (भोपाल, इंदौर, जबलपुर) में कर्फ्यू लगाया है।

 

हालांकि, प्रदेश और केन्द्र सरकार की ओर से की गई ये व्यवस्था कोरोना वायरस की थर्ड स्टेज को रोकने के लिए पर्याप्त नहीं है। ये कहना है ‘यकृत एवं पित्त विज्ञान संस्थान’(आईएलबीएस) के निदेशक डॉक्टर एस.के.सरीन ने। उन्होंने हालही में केन्द्र सरकार को सौंपी अपनी एक रिपोर्ट के जरिये सुझाव देते हुए कहा कि, तेजी से बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए हर संदिग्ध मरीज के संपर्क में आए व्यक्ति की पहचान करने के लिए चीन और दक्षिण कोरिया की तर्ज पर जीपीएस तकनीक का इस्तेमाल करना होगा।

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तीसरा चरण शुरु होने से पहले करनी होगी तैयारी

अपनी रिपोर्ट के जरिये उन्होंने सरकार को सलाह दी कि, फिलहाल देश में कोरोना का तीसरा चरण अब तक शुरु नहीं हुआ है, लेकिन उसे तीसरे चरण में जाने से रोकने के लिए राज्यों को तत्काल तीसरे चरण की तैयारियों को लागू करना जरूरी है। डॉक्टर सरीन के मुताबिक, वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस के संक्रमण की दर और कोरोना समूह के वायरस की प्रकृति को देखते हुए भारत में राज्यों के स्तर पर प्रत्येक राज्य में संक्रमण के प्रसार की गति के मुताबिक रणनीति बनानी होगी। उन्होंने कहा कि, राज्यों को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अपनी रणनीति लागू करने के लिए संक्रमण के किसी चरण की घोषणा होने का इंतजार करने की जरूरत नहीं है।


संक्रमण का तीसरा चरण रोकना है तो उठाने होंगे ये कदम

डॉक्टर सरीन ने अपनी रिपोर्ट में ये भी कहा कि, अगर हमें संक्रमण के तीसरे चरण तक पहुंचाने से बचाना है तो इसके लिए अहम कदम उठाने की जरूरत है। इसमें पहला ये कि, संक्रमण के संदिग्ध लोगों के संपर्क में आए प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचने के लिए जीपीएस (GPS) जैसी तकनीक का सहारा लेना होगा। दूसरा काम ये कि, जनता की भागीदारी सुनिश्चित करना है। इसके लिए लोगों को जागरूक करना, जैसे संक्रमण के लक्षणों को छुपाने के बजाय खुद उजागर करने के लिए प्रेरित करना है। साथ हा तीसरा ये कि, परीक्षण क्षमता को मांग की तुलना से ज्यादा रखना होगा। उन्होंने कहा कि, इन तीन कामों के बदौलत ही संक्रमण को दूसरे चरण तक सीमित रखा जा सकता है।

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शहरों के हिसाब से ये है प्रदेश के हाल

बता दें कि, जहां देशभर में अब तक कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 1024 हो गई है। वहीं, मध्य प्रदेश में भी दिन ब दिन हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। एमपी में अब तक कोरोना संक्रमितों की संख्या 47 हो चुकी है। वहीं, सबसे ज्यादा खराब हालात प्रदेश के इंदौर शहर के हैं। यहां अब तक कोरोना के संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 27 हो चुकी है। जानकारों का तो यहां तक कहना है कि, इंदौर तीसरे चरण के संक्रमण की ओर कदम रख चुका है। इसके अलावा जबलपुर में 8, भोपाल में 3, उज्जैन में 5, शिवपुरी में 2 और ग्वालियर में 2 संक्रमित मिल चुके हैं। जबकि अब तक इंदौर के 2 और उज्जैन के 2 यानी प्रदेश में कुल 4 लोगों की मौत हो चुकी है।

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