दस दिन कठिन साधना करने वाले तपस्वियों का हुआ सामूहिक पारणा

शहर के जैन मंदिरों में सामूहिक क्षमावाणी के हो रहे आयोजन

<p>दस दिन कठिन साधना करने वाले तपस्वियों का हुआ सामूहिक पारणा</p>

भोपाल. पर्युषण पर्व के समापन के बाद राजधानी के जैन मंदिरों में सामूहिक क्षमावाणी सहित अन्य धार्मिक अनुष्ठान किए जा रहे हैं। मंगलवार को शहर के जैन मंदिरों में पर्युषण पर्व के दौरान लगातार दस दिन तक कठिन साधना करने वाले तपस्वियों का बाहुमान किया गया। जैन नगर निवासी कविता जैन निरन्तर 25 सालों से 10 दिन तक निर्जल उपवास कर 10 लक्षण की कठिन साधना करती आ रही हैं। इसी प्रकार 36वर्षीय सचिन जैन निरन्तर 22 वर्षों से उपवास की साधना करते आ रहे हैं। कोहेफिजा निवासी डॉ. रचना सिंघई, बबीता जैन, तृप्ति जैन भी निरन्तर कई सालों से 10 उपवास की कठिन साधना करती आ रही हैं। ऐसे कई Ÿदधालु 10 दिन की कठिन साधना कर रहे है। निरन्तर तप, साधना करने वाले तपस्वियों ने मुनिसंघ से आशीर्वाद लेकर जीवन के कल्याण के लिए संयममय जीवन के लिए एक-एक नियम लिया।

क्षमावाणी: एक दूसरे से मांगी क्षमा
आदिनाथ जैन मंदिर पिपलानी में सुबह मूलनायक भगवान आदिनाथ का अभिषेक कर श्रद्धालुओं ने देश के विकास और सुख समृद्धि के लिए मंत्रोच्चारित शांतिधारा की। सामूहिक क्षमापना कार्यक्रम में एक दूसरे से विनम्रतापूर्वक जाने-अनजाने में की गई गलतियों के लिए क्षमा याचना की। मंदिर समिति के अध्यक्ष अरविंद पंत, सचिव अतुल सिंघई और अन्य पदाधिकारियों ने समाज में सामाजिक कार्य कर रहे समाजसेवियों का सम्मान किया।

सामूहिक दशलक्षण विधान, 104 परिवार शामिल
अशोका गार्डन स्थित जैन मंदिर में सामूहिक दशलक्षण विधान का आयोजन किया गया। आयोजन में परवार सभा के अध्यक्ष अजित जैन, इंजी केएल जैन, सचेंद्र जैन सहित 104 परिवारों ने भाग लिया। हेमलता जैन रचना ने बताया कि इस तरह से सामूहिक दशलक्षण विधान का आयोजन पहली बार किया गया। इस मौके पर श्रद्धा भक्ति के साथ विधान के अघ्र्य अर्पित किए गए। श्रद्धालुओं ने संगीतमय स्वरलहरियों पर भक्ति नृत्य करते हुए आराधना की।

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