मंगलवार को समाजवादी पार्टी की बैठक में नेताओं के समर्थकों में विवाद हो गया। विवाद के चलते बैठक में अफरा-तफरी मच गई। कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे पर जमकर वार किए। जिसके हाथ जो लगा उसी को हथियार बनाकर चलाने लगा। जिस समय विवाद हो रहा था उस समय पार्टी के प्रदेश प्रभारी जगदेवसिंह यादव और आनंदसिंह भदौरिया भी बैठक में मौजूद थे। एक दूसरे को मारने पर उतारू कार्यकर्ताओं ने प्रभारी की भी एक न सुनी।
पुलिस ने की दफ्तर की घेराबंदीघटना की खबर मिलते ही पुलिस बल भी पहुंच गया लेकिन गुस्से से भरे कार्यकर्ता इस पर भी नहीं रुके। पुलिस और मीडियाकर्मियों के सामने ही कार्यकर्ता एक दूसरे को लतियाते रहे। इतना ही नहीं कार्यकर्ताओं ने मीडियाकर्मियों को भी निशाना बनया इसमें एक मीडियाकर्मी पानी की बोतल से किए गए वार में जख्मी भी हुआ।
प्रकोष्ठ अध्यक्ष घायलकार्यकर्ताओं के बीच हुई मारपीट में न सिर्फ कार्यकर्ता पार्टी के बड़े नेता भी घायल हुए हैं। मारपीट में पिछड़ा प्रकोष्ठ अध्यक्ष आरएस यादव, सुरेन्द्र यादव और जयपाल यादव घायल हुए हैं। घायलों में एक मीडियाकर्मी भी शामिल है। कार्यकर्ताओं ने गुंडागर्दी करते हुए मीडियाकर्मियों को कवरेज से रोकने का प्रयास भी किया।
कहां से आए हथियार?बैठक में भाग लेने आए कार्यकर्ताओं के पास हथियार होना यह साबित करता है कि घटना पूर्व सुनियोजित थी। बैठक में हथियार निकाल कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे को धमकाया भी, लेकिन पुलिस हथियार नहीं खोज पाई। बाद मीडियाकर्मियों से बात करते हुए सपा पदाधिकारियों ने खुद स्वीकार किया कि बैठक में पार्टी के ही नेता के गुंडे पहुंचे थे।