भोपाल रेल मंडल को अब मिल चुका है
रेलवे का मानना है कि अब मिड घाट सेक्शन में हर साल बारिश में इंजन फेल होने वाली दिक्कत अब दूर हो जाएगी। भोपाल रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि 12 हजार हॉर्स पावर का इंजन भोपाल रेल मंडल को अब मिल चुका है। रेलवे अधिकारियों का मानना है कि 12 हजार हॉर्स पावर के इंजन के माध्यम से अधिक लोड वाली माल गाड़ियों में बैकर इंजन लगाने की जरूरत नहीं होगी। हालांकि इसकी आधिकारिक रूप से चलने की तारीख अभी तय नहीं हुई है।
सबसे दमदार इंजन
एक साथ 116 डिब्बे को लेकर 120 किमी की रफ्तार से दौडऩे वाला first heavy power electric rail engine इलेक्ट्रिक इंजन है। पश्चिम मध्य रेलवे में यह अब तक का सबसे दमदार इंजन है। कई खूबियों वाला यह इंजन 12 हजार हार्सपॉवर का है। 12000 हॉर्सपावर की ताकत वाला यह इंजन भारत में ही बना है।
12 हजार हार्सपॉवर और 16 पहियों वाला ट्रेन का इंजन
आप को बता दें कि एक दिन पहले यह इंजन इटारसी पहुंचा था। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि इसे जरूरत पडऩे पर गुड्स ड्राइवर और असिस्टेंट ड्राइवर भी इंजन को ऑपरेट कर सकेंगे। लोको इंस्पेक्टर संजय कैचे ने बताया कि यह इंजन गुड्स के लिए है। इसलिए गुड्स ड्राइवर और असिस्टेंट ड्राइवरों को प्रशिक्षण दे रहे हैं।