ऑक्सीजन की व्यवस्था रखें
डिंडौरी जिले की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन की व्यवस्था रखी जाए। हर प्रवासी मजदूर की हैल्थ स्क्रीनिंग आवश्यक रूप से हो जाए। डिंडौरी जिले के कलेक्टर ने बताया कि जिले में अभी तक 27 कोरोना पॉजीटिव आए हैं। सभी मरीजों की हालत ठीक है।
डिंडौरी जिले की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन की व्यवस्था रखी जाए। हर प्रवासी मजदूर की हैल्थ स्क्रीनिंग आवश्यक रूप से हो जाए। डिंडौरी जिले के कलेक्टर ने बताया कि जिले में अभी तक 27 कोरोना पॉजीटिव आए हैं। सभी मरीजों की हालत ठीक है।
रिकवरी बहुत अच्छी
मुरैना जिले की समीक्षा के दौरान पाया गया कि वहां कोरोना रिकवरी बहुत अच्छी है। कुल 106 कोरोना मरीजों में से 87 ठीक होकर घर जा चुके है। अभी वहां 18 एक्टिव केसेस हैं। वहीं, इंदौर में भी कोरोना वायरस के मामले कम होते जा रहे हैं।
मुरैना जिले की समीक्षा के दौरान पाया गया कि वहां कोरोना रिकवरी बहुत अच्छी है। कुल 106 कोरोना मरीजों में से 87 ठीक होकर घर जा चुके है। अभी वहां 18 एक्टिव केसेस हैं। वहीं, इंदौर में भी कोरोना वायरस के मामले कम होते जा रहे हैं।
180 मरीजों का घर पर ही इलाज
एसीएस हैल्थ सुलेमान ने बताया कि इंदौर के ऐसे 180 कोरोना मरीज, जिनके घर पर इलाज की सारी सुविधाएं हैं तथा जिनका स्वास्थ्य अच्छा है, घर पर ही इलाज ले रहे हैं। चिकित्सकों द्वारा वीडियो कॉलिंग के माध्यम से उन्हें चिकित्सा सलाह दी जा रही है तथा मॉनीटरिंग की जा रही है।
एसीएस हैल्थ सुलेमान ने बताया कि इंदौर के ऐसे 180 कोरोना मरीज, जिनके घर पर इलाज की सारी सुविधाएं हैं तथा जिनका स्वास्थ्य अच्छा है, घर पर ही इलाज ले रहे हैं। चिकित्सकों द्वारा वीडियो कॉलिंग के माध्यम से उन्हें चिकित्सा सलाह दी जा रही है तथा मॉनीटरिंग की जा रही है।
प्री मानसून में भीगा गेंहू
बता दे कि निसर्ग तूफान का असर मध्यप्रदेश में भी दिखाई दिया। मध्यप्रदेश के कई जिलों में जून के पहले सप्ताह में जोरदार बारिश हुई जिस कारण से कई जिलों में गेहूं भीग गया। गेहूं भीगने के कारण मध्यप्रदेश में सियासत भी शुरू हो गई है।
बता दे कि निसर्ग तूफान का असर मध्यप्रदेश में भी दिखाई दिया। मध्यप्रदेश के कई जिलों में जून के पहले सप्ताह में जोरदार बारिश हुई जिस कारण से कई जिलों में गेहूं भीग गया। गेहूं भीगने के कारण मध्यप्रदेश में सियासत भी शुरू हो गई है।