पचास हजार एकड़ सोयाबीन में फैली बीमारी 

जिले के 230 गांव के खेतों में खड़ी फसलों में फैली बीमारी

<p>मक्खी और इल्ली चट कर गई इतनी हैक्टेयर सोयाबीन फसल</p>
जिले के आसपास करीब पचास हजार एकड़ के रकबे में खड़ी सोयाबीन की फसल में मोजेक (पीलिया) बीमारी लगने से फसल बर्बाद हो गई है। जिसकी वजह से किसानों को इस फसल से लागत मिलना भी मुश्किल नजर आ रहा है। इसको लेकर मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय की जनसुनवाई में करीब एक दर्जन गांवों के किसानों ने फसल नुकसान का सर्वे कराने की मांग की है।
किसानों ने बताया कि पीलिया बीमारी की वजह से पौधे का दाना भी सिकुड़ गया है, ऐसे में फसल को पचास से सौ फीसदी तक नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। किसानों ने बताया कि तारा सेवनिया, मुगालिया हाट, पुरा छिंदवाड़ा, शेखपुरा कुठार, परवलिया सड़क, बमोनिया और बैरसिया रोड के आसपास के गांवों में फसल को भारी नुकसान हुआ है।
किसान रामलखन गौड़, हरीश शर्मा और करन सिंह ने बताया कि फसल नुकसान से किसान कर्ज में डूब जाएंगे। इसके लिए फसलों का सर्वे कराकर मुआवजा दिया जाना चाहिए। – बुजुर्ग मां-बाप को घर से निकाला फिजा कॉलोनी करोंद निवासी फातिमा बी पत्नी अब्दुल कदीर ने शिकायत दर्ज कराई है कि उनके छोटे बेटे कय्यूम और उसकी पत्नी समरीन ने उन्हें घर से निकाल दिया है।
जबकि करोंद स्थित हाउसिंग बोर्ड क्वार्टर में उन्होंने एक मकान खरीदा था। बावजूद इसके वह अपने 75 वर्षीय बीमार पति को लेकर दर-दर की ठोकरें खा रही हैं। कलेक्टर डॉ सुदाम खाडे ने मामले की जांच एसडीएम गोविंदपुरा मुकुल गुप्ता को सौंपी है। – मकान का ताला तोड़कर किया कब्जा गीता नगर भानपुर निवासी ललित वर्मा पिता रामप्रसाद वर्मा ने हाउसिंग बोर्ड करोंद स्थित क्वार्टर का ताला तोड़कर कब्जा करने का आरोप लगाया है।
आवेदक ने बताया कि दो साल पहले उनके पिता के नाम क्वार्टर नंबर-1970 अलॉट किया गया था, जिस पर ताला डाला गया था, लेकिन मोहम्मद सिद्दीकी पिता रमजान ने ताला तोड़कर इस पर कब्जा कर लिया है। मामले की जांच एसडीएम को सौंपी गई है। – पिता ने चार बेटियों को नहीं दिया हक ग्राम पुरामनभावन में 12 एकड़ जमीन के बंटवारे को लेकर विवाद खड़ा हो गया है।
इस जमीन को रामदयाल पिता नंदराम माली ने अपने तीन बेटे अर्जुन सिंह, हरिनारायण और कालूराम के नाम कर दी है। जबकि रामदयाल की चार बेटियां भी हैं। मुन्नी बाई ने शिकायत दर्ज कराई है कि पिता ने रामकली बाई, मुन्नी बाई, सुंदर बाई और पप्पी बाई के नाम जमीन नहीं दी है। कलेक्टर ने एसडीएम हुजूर राजकुमार खत्री को जांच के निर्देश दिए हैं।
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