अब गंगूबाई की जगह बर्तन धो रहा डिशवॉशर, झाड़ू-पोंछे का काम रोबोट वैक्यूम क्लीनर ने संभाला

– कोरोना संक्रमण से बचने लाइफस्टाइल में बदलाव, उपकरणों की मदद से आत्मनिर्भर हुए लोग
– कई इलेक्ट्रॉनिक्स आयटम्स की बिक्री पांच गुना तक बढी, बाल काटने वाले ट्रिमर की सबसे ज्यादा बिक्री

भोपाल. कोरोना काल मैं लाइफस्टाइल में हुए बदलाव का नतीजा है कि अब घर में बर्तन साफ करने वाली गंगूबाई का काम डिशवॉशर बखूबी कर रहा है वहीं सफाई का काम रोबोट वेक्यूम क्लीनर ने संभाल लिया है। ऐसे ही दिन प्रतिदिन के घरेलू काम अब ऑटोमेटिक मशीनों ने संभाल लिए हैं। संक्रमण से बचने के लिए कई लोगों ने घर में आने काम वाली महिलाओं की छुट्टी कर दी है और सभी कामों के लिए अब वे आत्मनिर्भर बन गए हैं। सभी काम ऑटोमेटिक मशीनों को सौंप दिए गए हैं, जो मशीनों से संभव नहीं है वह काम खुद ही कर रहे हैं। यहां तक कि अब बाल भी घर में ही काटे जा रहे हैं इसका नतीजा है कि पिछले डेढ़ साल में डेढ़ लाख से अधिक ट्रिमर बिक चुके हैं।
कोरोना का पहला लॉकडाउन लगने के साथ ही पिछले डेढ़ साल में ऐसे घरेलू काम करने वाले इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स की बिक्री में 5 गुना तक बढ़ोतरी हुई है। इसमें खासतौर पर डिशवॉशर पहले की तुलना में बड़ी संख्या में बिके हैं। इसके अलावा रोबोट वेक्यूम क्लीनर, फूड प्रोसेसर, ऑटोमेटिक वाशिंग मशीन और ड्रायर आदि शामिल हैं। सबसे ज्यादा डेढ लाख के आसपास ट्रिमर खरीदे गए हैं। हालांकि इनमें से अधिकांश आयटम स्थानीय व्यापारियों के साथ ऑनलाइन भी खरीदे गए।
ऐसे बने आत्मनिर्भर

अवधपुरी में रहने वाली अभिलाषा बताती हैं कि वे और उनके पति दोनों वर्किंग हैं। ऐसे में कोरोना के समय काम वाली बाई के बिना उनका काम चलना बहुत मुश्किल हो गया था। इसके बाद उन्होंने समस्या का हल खोजना शुरू किया। संक्रमण के डर से उन्होंने लॉक डाउन के बाद से कामवाली बाई को नहीं बुलाया है। प्रमुख तीन समस्याएं थी घर का झाड़ू-पोंछा, बर्तन साफ करना और रोटियों के लिए आटा गूंथना। अब हमारे घर में खाना बनाने के लिए आटा गूंथने के साथ सब्जी और सलाद काटने का काम फूड प्रोसेसर हाथ से भी अच्छा कर देता है। इसके बाद जो बर्तन निकलते हैं वह डिशवॉशर बहुत ही हाइजीनिक तरीके से धो देता है। झाड़ू पोंछा रोबोट वेक्यूम क्लीनर कर देता है। इसको एक बार शुरू करने के बाद यह पूरे घर की सफाई अपने आप कर देता है। इसके बाद यह पोंछा भी लगा देता है। खास बात यह है कि गूगल होम या एलेक्सा की मदद से ऑफिस में बैठे-बैठे भी इसको कमांड दे दें तो यह सफाई शुरू कर देता है और काम खत्म करने के बाद अपने चार्जिंग पॉइंट पर खुद ही पहुंच जाता है और चार्जिंग शुरू हो जाती है।
जमकर खरीदे गए ट्रिमर

इलेक्ट्रॉनिक्स व्यवसायी प्रेम नाहर बताते हैं कि कोरोना का पहला लॉकडाउन लगने के बाद से कुछ खास इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम्स की बिक्री काफी बड़ी है। सबसे ज्यादा बाल काटने वाले ट्रिमर की बिक्री हुई है। इसके साथ पहले डिशवाशर जैसे आयटम इक्का-दुक्का ही बिकते थे। वह इतने बिके कि वेटिंग रही। फूड प्रोसेसर और ऑटोमेटिक वॉशिंग मशीनें भी लोगों ने खूब खरीदी हैं।
पिछले डेढ साल में घरेलू उपकरणों की बिक्री

आयटम- डेढ़ साल में बिक्री- आमतौर पर एक साल में बिक्री

डिशवॉशर- 2500- 200

रोबोट वैक्यूम क्लीनर- 2000- 50

ट्रिमर- 150000- 15000
फूड प्रोसेसर- 20000- 4000

माइक्रोवेव ओवन- 3500- 700

वॉशिंग मशीन- 12000- 5000

क्लॉथ ड्रायर- 600- 100

स्रोत- इलेक्ट्रॉनिक्स व्यापारियों द्वारा बताई गई अनुमानित संख्या
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