पति-पत्नी ने लिया था संकल्प… जो पहले जाएगा उसका होगा देहदान

बीएसएसएस कॉलेज की असिस्टेंट प्रोफेसर का हुआ देहदान
 

<p>पति-पत्नी ने लिया था संकल्प&#8230; जो पहले जाएगा उसका होगा देहदान</p>

भोपाल. सभी दानों में देहदान को सबसे बड़ा माना गया है। यही कारण है कि अब लोग इसके प्रति धीरे-धीरे ही सही जागरूक होने लगे हैं। मेडिकल छात्रों के बेहतर भविष्य के लिए अपनी जिंदगी जीने वाली वंदना जैन की देह भी परिजन ने छात्रों को समर्पित कर दी।

हुआ था करार
्रभोपाल स्कूल ऑफ सोशल साइंसेज (बीएसएसएस) में असिस्टेंट प्रोफेसर वंदना जैन का मंगलवार को देहदान किया गया। वे लंबे समय से बीमार चल रही थीं। ठीक एक साल पहले वंदना जैन की पारिवारिक मित्र ज्योत्सना गुर्जर की मां सुभद्रा गुर्जर का भी देहदान किया गया था। इस दौरान वंदना जैन और उनके पति संजीव जैन ने देहदान का विचार किया। इसके साथ ही दोनों में एक करार भी हुआ था कि दोनों में से जो पहले जाएगा दूसरा उसका देहदान करेगा। गौरतलब है कि मेडिकल छात्रों को पढ़ाई के लिए जितनी मृत देह की जरूरत होती है, उससे काफी कम संख्या में यह मिल पाती हैं।

इन्होंने भी लिया था संकल्प

ठीक एक साल बाद वंदना जैन ने अपनी देह छात्रों की शिक्षा के नाम कर दी। मालूम हो कि जैन परिवार में प्रत्येक सदस्य ने देहदान का संकल्प लिया है। परिवार में सबसे बुजुर्ग 92 साल के केएल जैन ने भी देहदान कर छात्रों को बेहतर शिक्षा का संकल्प लिया है। इधर, एलएन मेडिकल कॉलेज में भी मंगलवार को देहदान की गई। जानकारी के मुताबिक बागमुगलिया के रहने वाले नीरज श्रीवास्तव की मृत्यु के बाद उनकी देह को दान किया गया। बता दें कि नीरज ने पहले ही देह को दान करने का संकल्प लिया था।

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