दामों पर ही दिया गया
इसी तरह रोहित नगर ए ब्लॉक स्थित बेरछा मावा के सामने 35-40 रुपए का हर नारियल 80 रुपए में और 30 रुपए प्रतिकिलो वाला मध्यम संतरा 80-85 रुपए किलो बेचा जा रहा था। नवरात्र शुरू होने से केले की शॉर्टेज हो गई। तिलक नगर के रहवासी राजेश पटेल ने बताया कि बड़े स्टोर्स ने भी खूब मौके का फायदा उठाकर चांदी काटी। रियायती दर पर बुक माल को ज्यादा दामों पर ही दिया गया।
न्यूनतम 2 साल तक की सजा
उधर भोपाल पुलिस ने बुधवार को एक आदेश जारी किया है जिसमें कहा है कि भोपाल शहर के सभी नागरिकों , व्यापारियों को सूचित किया जाता है कि कोरोना वायरस आपदा के दौरान आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी अथवा संग्रहण कानूनी अपराध है।
कालाबाजारी कानूनी जुर्म है
कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न हुई इस विषम आपदा की स्थिति में नागरिकों के उपयोग के लिए प्रदाय की जाने वाली अथवा उपयोग में आने वाली वस्तुओं की कालाबाजारी तथा संग्रहण कानूनी जुर्म है आपदा नियंत्रण अधिनियम 2005 की धारा 53 , आवश्यक वस्तु अधिनियम तथा भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं में संज्ञेय अपराध है।
एफआरदर्ज कर वैधानिक कार्यवाही की जावेगी
कालाबाजारी एवं अवैध संग्रहण करने पर न्यूनतम 2 साल तक की सजा का प्रावधान है। दुकानदारों को सूचित किया जाता है कि कोरोना वायरस से निर्मित इस आपदा के नियंत्रण हेतु उपयोगी तथा आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी तथा संग्रहण ना करें कालाबाजारी एवं संग्रहण की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल थाने में एफआरदर्ज कर वैधानिक कार्यवाही की जावेगी।
आप को बता दें कि पुलिस भले ही ये आदेश जारी किया हो ,लेकिन कई दुकानदार इस आदेश का पालन नहीं कर रहे है। इस वीडियो के माध्यम से आप देख सकते है किस तरह दुकानदार बिना किसी डर के सामान बेच रहें है।