मालूम हो प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने इस घटना की सच्चाई पता लगाने के लिए कांग्रेस का जांच दल गठित किया था। कांतिलाल भूरिया के नेतृत्व में गठित इस जांच दल में विधायक हर्ष गहलोत, मनोज चावला भी शामिल हैं। इस जांच दल ने गांव में पहुंचकर मृतक के परिजनों और ग्रामीणों से चर्चा की। शुक्रवार को संयुक्त रूप से पत्रकारवार्ता में जांच रिपोर्ट पेश की। उन्होंने कहा कि मुख्य आरोपी महेन्द्र गुर्जर भाजपा समर्थक है। उसकी पत्नी गांव की सरपंच है। ऐसे में ग्रामीणों को शक है कि आरोपियों पर कार्यवाही नहीं होगी। प्रशासन और सरकार का दबाव है। 75 आदिवासी परिवारों के इस गांव में भय का वातावरण है। भूरिया ने सरकार को चेताया कि भय का वातावरण बनाने के लिये आदिवासी समाज बर्दाश्त नहीं करेगा।