झांसी में सुनवाई नहीं
वरुण ने शनिवार रात एक बजे ट्वीट किया था। भोपाल रेल मंडल ने डीआरएम झांसी को मैसेज कर इस मामले को देखने को कहा। झांसी डिवीजन ने जवाब दिया कि निरीक्षण में पता चला कि एसी लीक नहीं है, बल्कि बारिश का पानी कोच में आया है। बाद में इस मामले को रेलवे के प्राइमरी डिपो को ट्रांसफर कर दिया। इन सब के बीच यात्रियों की समस्या का समाधान नहीं हुआ।
वरुण ने शनिवार रात एक बजे ट्वीट किया था। भोपाल रेल मंडल ने डीआरएम झांसी को मैसेज कर इस मामले को देखने को कहा। झांसी डिवीजन ने जवाब दिया कि निरीक्षण में पता चला कि एसी लीक नहीं है, बल्कि बारिश का पानी कोच में आया है। बाद में इस मामले को रेलवे के प्राइमरी डिपो को ट्रांसफर कर दिया। इन सब के बीच यात्रियों की समस्या का समाधान नहीं हुआ।
भोपाल एक्सप्रेस में पिछले कुछ दिनों में यात्रियों की शिकायतें आई हैं, हम इस ट्रेन को उत्कृष्ट बना रहे हैं। इसे नया स्वरूप देने में करीब तीन हफ्ते का और समय लगेगा। उसके बाद यात्रियों को किसी तरह की समस्या नहीं होगी। – उदय बोरवणकर, डीआरएम
पहले भी आई दिक्कतें
भोपाल एक्सप्रेस में यात्रियों को होने वाली समस्याएं नई नहीं है। पहले भी कोचों में एसी खराब होने एवं खराब सीटों जैसी परेशानियेां से यात्रियों को जूझना पड़ा था। इनकी शिकायतें ट्विटर समेत अन्य सोशल मीडिया माध्यमों पर की गई थीं। खास बात है कि रेलवे प्रशासन हर बार व्यवस्थाएं दुरुस्त करने का दावा तो करता है, नतीजा सिफर ही है।
भोपाल एक्सप्रेस में यात्रियों को होने वाली समस्याएं नई नहीं है। पहले भी कोचों में एसी खराब होने एवं खराब सीटों जैसी परेशानियेां से यात्रियों को जूझना पड़ा था। इनकी शिकायतें ट्विटर समेत अन्य सोशल मीडिया माध्यमों पर की गई थीं। खास बात है कि रेलवे प्रशासन हर बार व्यवस्थाएं दुरुस्त करने का दावा तो करता है, नतीजा सिफर ही है।