केंद्र की जनविरोधी आर्थिक नीतियों, कामगार विरोधी श्रम नीतियों किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ एवं बैंकिंग उद्योग की मांगों को लेकर राजधानी के नीलम पार्क में बैंक कर्मचारियों ने गुरुवार को सुबह प्रदर्शन किया। बड़ी संख्या में मौजूद बैंक कर्मियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी निजीकरण का विरोध कर रहे थे। इस प्रदर्शन में बैंकिंग सेक्टर के साथ ही बीमा और बीएसएनएल के कर्मचारी भी शामिल हुए थे। गुरुवार को ही सुबह से बैंक, बीमा और बीएसएनएल के दफ्तर में कामकाज प्रभावित हुआ।
यह संगठन भी थे शामिल
देशव्यापी हड़ताल में मध्यप्रदेश के संगठन भी शामिल हुए हैं। जिनमें सेंट्रल ट्रेड यूनियन, बैंक की कुछ यूनियनें, बीएसएनएल, इनकम टैक्स, डाक, कोयला, ट्रांसपोर्ट, बीमा, केंद्रीय कर्मचारी संगठन व यूनियनें हिस्सा ले रही हैं। ट्रेड यूनियनों के साथ बैंकों से जुड़े तीन संगठनों ऑल इंडिया बैंक एम्प्लाइज एसोसिएशन, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन, बैंक एम्प्लाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया हड़ताल में शामिल थे। इससे बैंक समेत अन्य कार्यालयों में कामकाज काफी प्रभावित हुआ है। क्योंकि इन संगठन के लोगों ने अपने दफ्तरों में बाकी कर्मचारियों को भी प्रवेश नहीं करने दिया और हड़ताल में शामिल कराया गया। यूनियन लीडर वीके शर्मा, यशवंत पुरोहित ने बताया कि हड़ताल के दौरान गुरुवार सुबह 11 बजे नीलम पार्क में प्रदर्शन हुआ। जिसमें बड़ी संख्या में कर्मचारी शामिल हुए।