कमलनाथ अपनी नई टीम बनाने के साथ ही चुनाव में पार्टी के खिलाफ काम करने वालों पर अनुशासन का डंडा चलाने की तैयारी कर रहे हैं। अनुशासनहीनता के गंभीर मामलों में नेताओं को पार्टी से निष्कासित भी किया जा सकता है। कांग्रेस इस बात की पड़ताल कर रही है कि जो तथ्य शिकायतों के साथ पेश हुए हैं, उन में कितनी सच्चाई है और कौन से मामले गंभीर अनुशासनहीनता के दायरे में आते हैं।
अनुशासन समिति बना रही सूची
भितरघात करने वाले नेताओं की सूची अनुशासन समिति तैयार कर रही है। इस पर कमलनाथ ही अंतिम फैसला लेंगे। पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने बताया, विधानसभा सीटों पर भितरघात करने वाले नेताओं की शिकायत मिली है, इसमें प्रमाण भी शामिल हैं, कुछ उम्मीदवार और विधानसभा प्रभारियों ने ऑडियो-वीडियो और सोशल मीडिया की इमेज प्रमाण के तौर पर पेश की हैं। उनका अध्ययन पीसीसी स्तर पर हो रहा है। उसके बाद अनुशासनहीनता वाले मामलों पर पीसीसी चीफ कमलनाथ एक्शन लेंगे। जल्द ही सूची प्रदेश अध्यक्ष को सौंपी जाएगी।
ये होगी कार्रवाई
जिन नेताओं ने चुनाव के दौरान पार्टी को नुकसान पहुंचाया है उन नेताओं के चुनाव लडऩे पर रोक से लेकर 6 साल पार्टी से निष्कासन तक की कार्रवाई की जा सकती है। शुरुआती तौर पर कांग्रेस को दो दर्जन छोटे बड़े नेताओं के खिलाफ शिकायतें मिली हैं। मंडल और ब्लॉक स्तर पर भी नाम पीसीसी को मिले हैं।